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आईएफसी प्रतिनिधिमंडल ने यूपी में हाउसिंग, हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में निवेश की जताई इच्छा

11 फरवरी, लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये दशक उत्तर प्रदेश का है। हमारे प्रदेश में अच्छी प्रतिभा, कुशल श्रम और बड़ा उपभोक्ता बाजार उपलब्ध है। आज प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाया जा रहा है और पूरा किया जा रहा है। विगत 6 वर्ष में प्रदेश में कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। एक्सप्रेस-वे के माध्यम से हमने पूरे प्रदेश को जोड़ा है। गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से मध्य यूपी को जोड़ रहे हैं। वाराणसी-हल्दिया नेशनल वॉटर-वे देश का पहला इनलैंड वॉटरवे (नदी मार्ग) टर्मिनल उत्तर प्रदेश में है। उन्होंने कहा कि आज हर बैंक यूपी के लिए आगे बढ़ कर काम करना चाहता है।

सीएम योगी ने शनिवार को विश्व बैंक की संस्था अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के पांच शहर मेट्रो रेल सेवा से जुड़ चुके हैं। इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर हुआ है। प्रदेश में अच्छी कानून व्यवस्था और 24 घंटे बिजली की उपलब्धता  से निवेशकों के अनुकूल माहौल बना है। इसी का परिणाम है कि आज प्रदेश के सभी रीजन में निवेश आ रहा है। पहले निवेशक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ही निवेश करते थे। वहीं जीआईएस-23 के माध्यम से पूर्वांचल में 10 लाख और बुंदेलखंड में साढ़े चार लाख करोड़ का निवेश आया है।

सीएम योगी ने कहा कि ये नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप देश की अर्थव्यस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की बनाने में सहभागी बन रहा है। इसके लिए यूपी ने अपनी अर्थव्यवस्था को 2027 तक वन ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य रखा है। जीआईएस के पहले दिन जिस तरह से 33 लाख करोड़ रूपए का निवेश आया है, उससे साफ होता है कि उत्तर प्रदेश भारत के ग्रोथ इंजन की भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को विश्वास दिलाते हुए कहा कि यूपी में आपका निवेश सुरक्षित होने के साथ ही प्रदेश और निवेशकों के लिए लाभकारी साबित होगा।

आईएफसी के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम योगी को भव्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए दी बधाई

मुलाकात के दौरान आईएफसी के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम योगी को भव्य ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नीति निवेशकों को आकर्षित करने वाली है। सरकार की तरफ से निवेशकों को जिस तरह से सहयोग मिल रहा है उससे बड़ी संख्या में निवेशक यूपी में निवेश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम मथुरा समेत प्रदेश के 30 शहरों में पीपीपी मोड पर बन रहे एसटीपी प्लांट को फाइनेंस कर रहे हैं। साथ ही हाउसिंग, हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में निवेश को इच्छुक हैं। इसके अलावा गृह कर और झांसी/ललितपुर में सोलर प्लांट में भी सहयोग करेंगे। आईएफसी के प्रतिनिधिमंडल में हेक्टर गोमेज, भानू मेहरोत्रा और अनिल सिन्हा शामिल थे।

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