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अर्हं योग से ही मिलता है सिद्धों का ताज- मुनी प्रणम्यसागर

आगरा, दि.17 अक्टूबर, 2021, आगरा के इतिहास मे पहली बार ताज के साये मे आयोजित हुआ, अर्हं ध्यान और योग! ताजमहल के साये तले स्थित ताज खेमा के टीले पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य अर्हं मुनी प्रण्मय सागर जी व चन्द्र सागर जी महाराज के द्रारा भारतीय जैन प्राचीन योग एवं ध्यान की मुद्राये, ऊं अर्हं नमः के उच्चारण के मध्य वहां उपस्थित सैंकड़ो लोगो को सिखाये!

 इस अवसर पर बोलते हुए मुनी प्रणम्यसागर सागर जी ने कहा कि अर्हू योग मन और तन दोनो को स्वस्थ रखता है, अत: नित्य प्रात: प्रत्येक व्यक्ती को इन मुद्राओं को अवश्य करना चाहीये !  कार्यक्रम के समापन होते ही एक चमत्कार हुआ, जहां कुछ देर पहले बादल तक नहीं थे, वहीं अचानक घुमण, घुमण कर तेज बारिश बरसी, ऐसा लगा कि प्रसन्नता मे देव भी झूम रहे हों!

आज के कार्यक्रम मे जहां पूरे देश के विभिन्न प्रान्तों से लोग आये वहीं आगरा नगर के भी सैंकड़ो लोग पधारे जिसमे ,प्रदीप जैन PNC,  जगदीश प्रसाद जैन, सुनील जैन ठेकेदार,  नीरज जैन, निर्मल मोठ्या, राकेश जैन पर्दा, राजेन्द्र जैन एडवोकेट, मनीश जैन, विमल जैन, पन्नालाल बैनाडा, हीरालाल जैन,चौधरी गौरव जैन  अंकेश जैन आदि प्रमुख थे! संगीत एवं स्वर श्री दीपक जैन, शशी पाटनी, संस्क्रती , ख्याती, कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन मुख्य संयोजक मनोज कुमार जैन बाकलीवाल ने कीया!

ताजनगरी के इतिहास में पहली बार ताज महल के साए में    अर्हं ए ताज  के बैनर तले अर्हं ध्यान योग शिविर का आयोजन किया गया इस  योग शिविर के दौरान शिविर में आने वाले भक्तों को अर्हं योग   प्रणेता  मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज  और मुनि श्री 108 चंद्र सागर जी महाराज के सानिध्य में अर्हं ध्यान योग सीखने का मौका मिला यह योग शिविर ताजमहल के पूर्वी गेट स्थित ताज खेमा में आयोजित किया गया था जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने भाग लिया

ताज नगरी की धरा पर इतिहास में पहली बार  रविवार को प्रातः ताज के साये और हरियाली भरे स्वच्छ वातावरण में पंछियों की चहचहाहट और सूर्य देव के लालिमा बिखरने के साथ ऊं अर्हं नमः के स्वर गूज उठे। संत शिरोमणि आचार्य भगवन्त विद्यासागर महाराज के शिष्यों मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर और मुनि श्री 108  चंद्र सागर महाराज के सानिध्य में ताज नगरी सहित विभिन्न प्रांतों के 500 से अधिक भक्त अर्हं योग व ध्यान का प्रशिक्षण लेने पहुंचे।

आगरा दिगम्बर जैन परिषद के तत्वधान में ताजगंज स्थित ताजखेमा में रविवार प्रातः अर्हं ए ताज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अर्हं योग प्रणेता मुनि मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर महाराज ने  अर्हं ध्यान योग  शिविर के दौरान बताया कि अर्हं योग  पांच मुद्राओं पर निर्भर अर्हं ध्यान योग की प्रक्रिया है। इसमें योग कम ध्यान ज्यादा है। जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है मनुष्य को निरोगी जीवन प्रदान करता है

किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601

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