Uttar Pradesh

महंत नरेन्‍द्र गिरि की मौत के बाद पहला वीडियो सोशल मीडिया हुआ वायरल, उठे ये सवाल

अखाड़ा परिषद के अध्‍यक्ष महंत नरेन्‍द्र गिरि की मौत का सच सामने लाने का जिम्‍मा सीबीआई को सौंपा जा चुका है। इस बीच यूपी पुलिस और एसआईटी ने भी अपना काम जारी रखा है। देश भर के साधु-संन्‍यासियों और श्रद्धालुओं की नज़र इस केस पर है। इधर, बुधवार को महंत नरेन्‍द्र गिरि की मौत के बाद का पहला वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। इसे लेकर कई नए सवाल खड़े हो रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि महंत नरेन्‍द्र गिरि को फांसी के फंदे से नीचे उतार कर फर्श पर लिटाया गया है। 

वीडियो में कुछ लोगों के रोने की आवाज भी सुनाई पड़ रही है। इसमें प्रयागराज पुलिस शव उतारने वाले कर्मचारी से पूछताछ करती दिख रही है। कर्मचारी, पुलिस को बता रहा है कि महंत जी को फंदे पर लटकता देखकर सब लोग घबरा गए थे। उन्‍होंने तुरंत रस्‍सी को काटकर उन्‍हें नीचे उतारा। तब लग रहा था हो सकता है कि उनकी सांसें चल रही हों और उन्‍हें बचाया जा सके। वीडियो में कमरे का पंखा चलता हुआ दिख रहा है। इस पर भी सवाल उठ रहा है कि थोड़ी देर पहले जिस पंखे से महंत नरेन्‍द्र गिरि का शव लटक रहा था उसे तुरंत चला दिया गया? 

हालांकि वीड‍ियो में इन सवालों पर मठ के कर्मचारी की सफाई भी आ रही है। फंदा काटने वाले कर्मचारी का कहना है कि घटना वाले दिन महंत जी भोजन के बाद अपने कमरे में गए थे। शाम पांच बजे तक वह नीचे नहीं आए तो उन्‍हें फोन किया गया। फोन बंद बता रहा था। इस पर कर्मचारियों को हैरानी हुई।कर्मचारियों ने जाकर देखा तो कमरा बंद था। कर्मचारियों ने दरवाजे की कुंडी तोड़कर देखा तो अंदर महंत नरेन्‍द्र गिरि फंदे से लटके मिले। उन्‍हें लगा कि हो सकता है कि वे जीवित हों इसलिए तुरंत चाकू मंगाया और रस्‍सी काटकर उन्‍हें नीचे उतारा। हालांकि वीड‍ियो में पुलिस यह कहते भी सुनाई पड़ रही है कि शव नीचे उतारने से पहले पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी। कर्मचारी ने बताया कि पहले लगा कि हो सकता है कि महराज जी जीवित हों लेकिन जब उनके शरीर में कोई हलचल नहीं हुई तो पुलिस को सूचना दी गई। इसके थोड़ी देर बाद पुलिस वहां पहुंच गई। 

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