Uttar Pradesh

सुहागरात मनाने जा रहे थे दूल्हा और दुल्हन, अचानक इस बात लेकर होने लगी मारपीट और फिर…

महाराजगंजः सुहागरात पर दूल्हा और दुल्हन ने की मारपीट

अग्नि को साक्षी मानकर एक दूसरे का सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करने वाले दूल्हा-दुल्हन साथ 24 घंटे भी न चल सका। ससुराल पहुंची नई नवेली दुल्हन का रश्मों के साथ स्वागत हुआ। फिर दूल्हा- दुल्हन सुहागरात की सेज पर पहुंचे। इस बीच किसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई फिर मारपीट शुरू हो गई। दोनों के झगड़े में ससुराल के अन्य सदस्य भी इस विवाद में कूद पड़े, फिर सभी ने मिलकर दुल्हन को बेरहमी से पीट दिया।

ये भी पढ़ें.. Big News: कोरोना की नई लहर, PM ने किया 7 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान…

रोते-बिलखते बीती दुल्हन की सुहागरात

रोते-बिलखते दुल्हन की किसी तरह से सुहागरात बीती। अगले दिन सुबह होते ही दुल्हन ने मारपीट की जानकारी अपने मायके पक्ष को दी। विवाद के बाद लड़की के मायके वाले ससुराल पहुंचे और विवाद शुरू हो गया। दुल्हन ससुराल में रहने के लिए तैयार नहीं हुई और अपने मायके आ गई। अपनी मां के साथ दुल्हन पुरन्दरपुर थाने पर पहुंची, जहां पर थानाध्यक्ष को पूरी घटना की जानकारी देते हुए महिला पुलिस को अपनी चोट की निशान दिखाए। फिलहाल पुलिस ने दुल्हन की मां की तहरीर पर दूल्हे विशाल समेत ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज किया।

दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे पर लगाए आरोप

जबकि सुहागरात पर हुई मारपीट को लेकर दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। दूल्हे विशाल का कहना है कि दुल्हन शादी के सेज पर पहुंचने के बाद फोन पर लगातार किसी से बात कर रही थी। यह देख घर में खुसर-फुसर शुरू हो गई। मोबाइल से बात करने के सवाल पर वो मुझ पर भड़क गई। इसी बात को लेकर कहासुनी के बाद मारपीट हो गई।

वहीं दुल्हन का कहना है कि ससुराल में जाने के बाद पूरा दिन गुजर गया। पति कमरे में ही नहीं आया। ससुराल के लोग उसे कमरे में भेज रहे थे, फिर भी वह नहीं आ रहा था। बड़े दबाव के बाद वो कमरे में आया और अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगा। विरोध करने पर मारने-पीटने लगा। बाद में ससुराल के सभी लोग पति की तरफ हो गए। दहेज को लेकर मारपीट करने लगे।

ये भी पढ़ें..इस देश में है वाइल्ड सेक्स का रिवाज, पीरियड्स के दौरान भी महिलाओं से बनाये जाते हैं संबंध

किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601

अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें।

आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं.

हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।

Related Articles

Back to top button
Event Services