कांग्रेस के बाद BJP भी अलर्ट, विधायकों को पटना से बोधगया ले जाने की तैयारी
बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद महागठबंधन में कांग्रेस ही नहीं, सत्तापक्ष में राजग की नींद भी उड़ गई है। बजट सत्र से पहले विधानमंडल में विश्वासमत हासिल करने को भाजपा की भी बेचैनी बढ़ गई है। भाजपा के प्रदेश नेतृत्व पार्टी विधायकों को दो दिनों के लिए बोधगया में प्रशिक्षण के बहाने तलब कर लिया है।
अहम यह है कि बोधगया में आयोजित प्रशिक्षण शिविर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो घंटे 10 फरवरी को वर्चुअल रूप से विधायकों को संबोधित करेंगे। इसके बाद 11 फरवरी को अन्य वरिष्ठ नेता प्रशिक्षण शिविर में कक्षा लेंगे। प्रदेश नेतृत्व ने प्रशिक्षण शिविर का नाम लोकसभा चुनाव तैयारी को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला नाम दिया है।
पार्टी ने विधायकों को प्रशिक्षण शिविर में बोधगया बुलाने का दायित्व मुख्य सचेतकों को दिया है। विधानसभा एवं विधान परिषद के मुख्य सचेतक सभी सदस्यों को बाकायदा फोन कर प्रशिक्षण शिविर में आने की सूचना दे रहे हैं।
बोधगया में भाजपा विधायक तलब
भाजपा के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि नेतृत्व अपने विधायकों पर पूरी तरह से नजर रख रहा है। अचानक से बुधवार को भोज के बहाने सभी विधायकों को पटना बुलाया गया। विधानमंडल दल के नेता एवं उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आवास पर भोज के बहाने सभी विधायकों को जुटाया गया। इसके बाद वरिष्ठ नेता सभी विधायकों आवभगत करते देखे गए।
11 फरवरी को बोधगया से लौटने के निर्देश
यही नहीं, विधायकों की खूब अहमियत दी जा रही थी। गुरुवार की सुबह विधायकों 10 फरवरी से बोधगया में प्रशिक्षण कार्यक्रम की सूचना दी गई। साथ ही नौ फरवरी की शाम तक बोधगया पहुंचने का फरमान भी सुना दिया गया। 10 एवं 11 को पूरे दिन प्रशिक्षण दी जाएगी। अगले दिन यानि 11 फरवरी को बोधगया से वापस लौटने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा का सत्र 12 फरवरी से शुरू है। पहले दिन ही एनडीए सरकार को विश्वास मत हासिल करना है। इसके पहले सत्ता पक्ष के विधायकों को पूरी तरह से एकजुट रखने की कोशिश की जारी है।
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