Uttar Pradesh

दो लाख 12 हजार श्रद्धालुओं ने किया रामलला का दर्शन, दिव्यता और भव्यता से पर‍िपूर्ण द‍िखी आयोध्‍या

 राममंदिर निर्माण की बेला में रामजन्मभूमि पर आयोजित रामजन्मोत्सव श्रद्धालुओं की संख्या की दृष्टि से भी ऐतिहासिक रहा। गुरुवार को रामनवमी के मुख्य पर्व पर दो पालियों को मिला कर दो लाख 12 हजार श्रद्धालुओं ने रामलला का दर्शन किया। रामनवमी पर रामलला का दर्शन करने वालों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या मानी जा रही है। बुधवार को एक लाख 76 हजार श्रद्धालुओं ने रामलला का दर्शन किया था। राम मंदिर पर सुप्रीम फैसला आने से पूर्व रामनवमी व अन्य प्रमुख पर्वों पर भी रामलला का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु उमड़ते थे, लेकिन उनकी संख्या एक लाख के भीतर रहती थी।

अस्थाई गर्भगृह में हुआ रामजन्मोत्सव का अंतिम आयोजन

आम दिनों में यह संख्या दस हजार अथवा उससे कुछ अधिक होती थी, लेकिन नौ नवंबर वर्ष 2019 में रामजन्मभूमि पर सुप्रीम निर्णय आने के बाद से रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है, जिसे दृष्टिगत रखते हुए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एवं प्रशासन लगातार व्यवस्थाओं में वृद्धि कर रहा है। अस्थाई गर्भगृह में रामजन्मोत्सव का अंतिम आयोजन श्रद्धालु संख्या की दृष्टि से भव्यता का परिचायक रहा। ट्रस्ट एवं प्रशासन से जुड़े जिम्मेदारों ने पहले ही संभावना व्यक्त की थी इस बार रामनवमी पर दर्शनार्थियों की रिकार्ड संख्या होगी और ऐसा हुआ भी। सुरक्षातंत्र ने ट्वीट कर दावा किया कि रामजन्मोत्सव तक रामनगरी में 25 लाख श्रद्धालुओं ने विभिन्न मंदिरों में दर्शन पूजन किया। ऐसा अनुमान है कि शाम तक यह संख्या 30 लाख के करीब थी। श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे उन्हें नियंत्रित करने के संसाधन भी कम पड़ गए।

491 वर्ष बाद रामजन्मभूमि की मुक्ति और अब भव्य मंदिर निर्माण

श्रीराम अनादि हैं और उनके प्रति आस्था भी अनादिकालीन मानी जाती है। यद्यपि उनका जन्म त्रेता युग में हुआ, किंतु उनकी पुरातनता के सूत्र वेदों तक में तलाशे जाते हैं। श्रद्धालुओं के लिए वह जितने प्राचीन हैं, उतने ही नवीन हैं और ऐसे शाश्वत-सनातन श्रीराम 491 वर्ष बाद रामजन्मभूमि की मुक्ति और अब भव्य मंदिर निर्माण के साथ सरोकारों की स्वर्णिम आभा आवृत हैं। यह सच्चाई गुरुवार को राम जन्मोत्सव के अवसर पर पूरी प्रामाणिकता से प्रस्तुत हुई। न केवल दो लाख 12 हजार दर्शनार्थियों ने एक दिन में रामलला के दर्शन का कीर्तिमान स्थापित किया, बल्कि संपूर्ण रामनगरी आस्था के स्वर्ण कलश से अभिषिक्त हुई।

140 श्रद्धालुओं आसमान से देखा रामनगरी का वैभव

रामनवमी के दिन 140 श्रद्धालुओं ने रामनगरी का वैभव आसमान से देखा। रामनवमी के उत्सवी रंग काे आसमान से देख कर श्रद्धालु निहाल हो उठे। यह पहला अवसर है, जब श्रद्धालुओं को अयोध्या से ही उड़ान भरकर रामनवमी पर रामनगरी का दृश्य देखा है। यह यात्रा सात से आठ मिनट की रही। सरयू होटल के निकट बने हेलीपैड से हेलीकप्टर ने उड़ान भरी। वहीं बुधवार को 50 यात्रियों ने अयोध्या की हवाई यात्रा की थी। यह योजना फिलहाल 15 दिनों तक चलेगी। सुबह नौ से शाम छह बजे तक हवाई यात्रा कराई जाएगी, जिसमें श्रद्धालुओं को पूरी अयोध्या का दृश्य दिखाया जाएगा। सरयू अतिथि गृह के प्रबंधक रवि ने बताया कि गुरुवार को हेलीकाप्टर से 20 से अधिक चक्कर लगाए हैं।

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