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दीन दयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान में अग्नि आपदा प्रबंधन विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के निर्देशो के क्रम में राज्य ग्राम्य विकास संस्थान द्वारा विभिन्न विकासपरक व अन्य शासकीय योजनाओं को मुकम्मल अन्जाम देने के उद्देश्य से विभिन्न विषयों पर सतत् रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। प्र०अपर निदेशक श्री बी डी चौधरी ने बताया कि इसी कड़ी में दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बी०के०टी०, लखनऊ में आयोजित “अग्नि आपदा प्रबन्धन“ राज्य स्तरीय 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के डिप्टी कलेक्टर/तहसीलदार /नायब तहसीलदार, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, चिकित्साधिकारी, तथा आपदा विशेषज्ञों सहित 55 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में संस्थान के महानिदेशक, श्री एल० वेंकटेश्वर लू, द्वारा महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किये गये।उन्होंने  प्रतिभागियों से अग्नि आपदा प्रबन्धन  के महत्वपूर्ण गुर बताए।संस्थान के अपर निदेशक (प्र०), श्री बी०डी० चौधरी, डॉ० अदिति उमराव, परियोजना निदेशक (ई०ऑ०), राहत आयुक्त कार्यालय, डॉ० एस०के० सिंह, सहायक निदेशक, श्री संजय कुमार, सहायक निदेशक, श्री कुमार दीपक, सलाहकार आ०प्र० की  की गरिमामयी उपस्थिति रही।
श्री बी०पी० सिंह, आई०पी०एस० (से०नि०), ने अग्नि आपदा के दौरान भीड़ प्रबंधन पर विशेष जानकारी प्रदान की। श्री घनश्याम मिश्रा, सलाहकार, यूनीसेफ लखनऊ एवं डॉ० मजहर रशीदी, मास्टर ट्रेनर, द्वारा विभिन्न प्रकार की अग्नि काण्ड/दुर्घटना सम्बन्धित प्रबन्धन योजना एवं विद्यालय अग्नि प्रबन्धन योजना, कार्यालय अग्नि प्रबन्धन योजना, सार्वजनिक स्थल अग्नि प्रबन्धन योजना, गृह अग्नि प्रबन्धन योजना निर्माण सम्बन्धी विभिन्न पहलुओं पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया एवं समूह चर्चा द्वारा विषय-वस्तु की जानकारी साझा की। श्रीमती अदिति उमराव, परियोजना निदेशक (ई०ऑ०), राहत आयुक्त कार्यालय  द्वारा राज्य आपदा मोचक निधि एव राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि, निर्माण, प्रक्रिया एवं व्यवहारिक ज्ञान पर चर्चा, अंकेक्षण हेतु निर्देश पर चर्चा की। डॉ० एस०सी० शर्मा, अधीक्षक (से०नि०), पशुपालन निदेशालय, उ०प्र० ने अपनी वार्ता में अग्नि आपदा प्रबंधन में पशुपालन विभाग, पशु चिकित्सालय एवं चिकित्सकों के दायित्व, दावानल (जंगल की आग), खेत में लगी आग  से निपटने से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियां दी। एस०डी०आर०एफ० टीम एवं अग्निशमन विभाग द्वारा अग्नि के विषय में विशेष जानकारी एवं हैण्डऑन ट्रेनिंग अभ्यास द्वारा प्रतिभागियों को अग्नि दुर्घटना बचाव सम्बन्धित तकनीक सिखायी। श्री कुमार दीपक, सलाहकार ने आपदा के प्रकार, उत्तर प्रदेश में विभिन्न प्रकार की आपदाओं की संवेदनशीलता के विषय में जानकारी दी।
प्रतिभागियों द्वारा प्रशिक्षण उपरान्त 04 समूहों में विद्यालय अग्नि प्रबन्धन योजना, कार्यालय अग्नि प्रबन्धन योजना, सार्वजनिक स्थल अग्नि प्रबन्धन योजना, गृह अग्नि प्रबन्धन योजना का निर्माण किया गया, जिसकी प्रस्तुति श्री के०के० सिन्हा, आई.ए.एस. (से०नि०) द्वारा की गयी। समापन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में श्री के०के० सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रतिभागियों द्वारा अपने-अपने जनपद में जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के समन्वय के साथ अग्नि आपदा प्रबन्धन योजनाओं के निर्माण में अहम भूमिका निभायी जाय। अपर निदेशक (प्र०), श्री बी०डी० चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० एस०के० सिंह, सहायक निदेशक, श्री संजय कुमार, सहायक निदेशक, श्री कुमार दीपक, सलाहकार आ०प्र० ने किया।

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