Uttar Pradesh

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा के दौरान केंद्रों के आसपास की परिधि में फोटोकापी व स्कैनिंग पूरी तरह प्रतिबंधित

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा के दौरान केंद्रों के आसपास 100 मीटर की परिधि में और जरूरत पड़ने पर उसके बाहर भी धारा-144 लागू की जाए। परीक्षा केंद्रों से न्यूनतम एक किलोमीटर की परिधि में फोटो कापियर व स्कैनर का संचालन परीक्षा अवधि में पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही परीक्षा कार्य से जुड़े केंद्र व्यवस्थापकों व शिक्षकों के साथ धमकी भरा व्यवहार भी अपराध माना जाएगा।

नकल रोकने के लिए यूपी बोर्ड प्रभावी इंतजाम में जुटा : ये निर्देश मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने मंडलायुक्तों, परिक्षेत्रीय उप पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को दिए हैं। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं में नकल की रोकथाम करके शांतिपूर्ण ढंग से कराए जाने के निर्देश दिए हैं। परीक्षाओं में अनुचित साधन प्रयोग, प्रश्नपत्र की गोपनीयता भंग करने और हिंसक कृत्य के अपराध के लिए उप्र सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 1998 के प्रविधानों के तहत त्वरित कार्यवाही कराई जाए। 

महिला स्टाफ ही कर सकेंगी बालिकाओं की चेकिंग : समाज विरोधी तत्वों व नकल में संलिप्त वाह्य व्यक्तियों पर अंकुश लगाने के लिए एलआइयू के माध्यम से सूचना एकत्रित कराई जाए। अनुचित मुद्रण या प्रकाशन के माध्यम से परीक्षार्थियों को गुमराह करने वाले व्यक्तियों व अफवाहों आदि पर कड़ी निगाह रखी जाए। बालिकाओं की चेकिंग केवल महिला स्टाफ ही कर सकेंगी। मुख्य सचिव ने कहा कि कोविड 19 के प्रोटोकाल का अक्षरश: पालन करते हुए परीक्षा केंद्र को पूर्णतया सैनिटाइज कराया जाएगा। केंद्रों पर सैनिटाइजर, हैंडवाश, थर्मल स्कैनिंग, पल्स आक्सीमीटर व प्राथमिक उपचार की व्यवस्था के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन किया जाएगा।

कक्ष निरीक्षक व कार्मिकों की ड्यूटी आनलाइन लगेगी : उत्तर प्रदेश में 8,373 माध्यमिक विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, वहां 51 लाख 92 हजार 689 परीक्षार्थियों को 24 मार्च से इम्तिहान देना है। बोर्ड ने पहली बार कक्ष निरीक्षक व कार्मिकों की ड्यूटी आनलाइन लगाने की तैयारी की है। बोर्ड परीक्षाओं में परीक्षार्थियों की अधिक संख्या की वजह से शिक्षक व कार्मिकों की ड्यूटी बड़ी संख्या लगती रही है। कक्ष निरीक्षक के लिए प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक भी इसमें लगाए जाते हैं। पिछली बार करीब दो लाख से अधिक शिक्षकों को कक्ष निरीक्षक के रूप में तैनात किया गया था। इस बार भी संख्या इसी के इर्द-गिर्द होने की उम्मीद है।

पांच किलोमीटर की परिधि में पांच दिन रहेगी ड्यूटी : शिक्षक जिस विद्यालय में तैनात है वहां से पांच किलोमीटर के दायरे में स्थित परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक बनना होगा। शिक्षक को एक केंद्र पर पांच दिन दायित्व निभाना होगा, फिर दूसरे विद्यालय में तय तारीखों में पहुंचकर कक्ष निरीक्षक या अन्य कार्य पूरा करना होगा। इसके लिए वेबसाइट बन रही है उसका बोर्ड की वेबसाइट पर लिंक देने के साथ ही जिलों को भेजा जाएगा, ताकि शिक्षकों को सहूलियत रहे।

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