Uttar Pradesh

यूपी के कई जिलों में शीतलहर का असर दिखना शुरू, लखनऊ में ठंड ने 10 साल का तोडा रिकॉर्ड

यूपी के कई जिलों में शीतलहर का असर दिखना शुरू हो गया है। पश्चिम से आ रही बर्फीली हवाओं ने प्रदेश में गलन और ठिठुरन बढ़ा दी है। लखनऊ में ठंड ने 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया जबकि गोरखपुर में बीते 24 घंटे में दिन का तापमान करीब तीन डिग्री सेल्सियस (डिसे) लुढ़क गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दरम्यान ऐसा ही मौसम रहने के आसार जताए हैं। इस बीच रात में और सुबह कहीं-कहीं बहुत घना कोहरा छाया रहेगा।

आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के कार्यवाहक निदेशक मोहम्मद दानिश ने बताया कि पश्चिमी यूपी में ठण्ड का असर ज्यादा रहेगा। बुधवार के बाद दिन, रात के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी होगी, जो अगले तीन दिनों तक जारी रहेगी फिर पारा गिरेगा और सर्दी का प्रकोप और बढ़ेगा। प्रदेश में दिन, रात के तापमान सामान्य से करीब दो से पांच डिग्री कम दर्ज किए जा रहे हैं।

लखनऊ में ठंड ने दस साल का रिकॉर्ड तोड़ा
हड्डियां कंपा देने वाली बर्फीली हवाओं ने दिन का तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे लुढ़का दिया। सुबह कोहरा रहा फिर छंटा तो बर्फीली हवाओं के कारण तापमान का पारा ज्यादा नहीं चढ़ सका। अधिकतम तापमान 17.1 डिग्री सेल्यिस रहा। यह इस सीजन का सबसे सर्द दिन रहा। साथ ही पिछले 10 साल में दिसम्बर का सबसे कम अधिकतम तापमान भी रहा।

अधिकतम तापमान सोमवार के मुकाबले 4.5 डिग्री कम रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। यह भी इस सीजन का सबसे कम तापमान है। सोमवार के मुकाबले यह तीन डिग्री कम था। रात से ही पछुआ हवाओं ने गलन बढ़ा दी। सुबह कोहरे के कारण धूप की गर्माहट महसूस नहीं हुई। दोपहिया पर चलने वालों के लिए सुबह कंपकंपी छुड़ाने वाली रही। दिन में धूप का असर थोड़ा महसूस भी हुआ लेकिन सर्द हवाओं के कारण हवाएं चुभती महसूस हुईं।

इसलिए अचानक बढ़ी सर्दी
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सर्दी अचानक बढ़ने के दो बड़े कारण रहे। दो दिन पहले पश्चिमी विक्षोभ के असर से बूंदाबांदी हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि यह जाता हुआ पश्चिमी विक्षोभ था, जिसके अंतिम हिस्सा प्रदेश के ऊपर से गुजरा। इस वजह से सर्दी बढ़ती है। दूसरा विंड चिल फैक्टर यानी वायु शीतलक प्रभाव का बढ़ना रहा। उत्तरी पश्चिमी इलाकों से उच्च हिमालयी क्षेत्रों और रेगिस्तान से हो कर आ रही हवा की गति तेज है। यह पांच से आठ किमी प्रतिघंटा के बीच है। इस कारण गलन बढ़ी। मौसम बूंदाबांदी से साफ होने से रात की रेडिएशन कूलिंग बढ़ गई। सुबह कोहरे की निचली परत तो दोपहर तक हट गई, लेकिन ऊपरी बनी रही। इस वजह से सूर्य की गर्मी पर्याप्त नहीं मिली।

इस वजह से ज्यादा सर्दी महसूस हुई

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दिन और रात के तापमान में एक दिन पहले तक 12 से 16 डिग्री तक का अंतर था। मंगलवार को यह अंतर 10 डिग्री रह गया। इस वजह से सर्दी ज्यादा महसूस हुई।

आज से कल तक थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार आज से कल तक थोड़ी राहत मिल सकती है। दो तीन दिन तापमान एक से डेढ़ डिग्री तक ऊपर जाएगा। इसके बाद साल के अंत तक फिर एक बार नीचे जाएगा।

वर्ष तारीख अधिकतम तापमान

2011 4             28.7
2012 10             28.0

2013 03             26.9

2014 01             28.1

2015 01             29.5
2016 14             26.4

2017 07             27.3
2018 01             26.1

2019 10             29.2
2020 07             28.0

2021 05             28.5

नोटः यह दिसंबर का अधिकतम तापमान है

अधिकतम तापमान 17.1
न्यूनतम तापमान 06.6

सूर्योदय 06:54
सूर्यास्त 17:22

गोरखपुर में तीन डिग्री लुढ़का तापमान 
गोरखपुर में बीते 24 घंटे में दिन का तापमान करीब तीन डिग्री सेल्सियस (डिसे) लुढ़क गया। मौसम विशेषज्ञ केसी पाण्डेय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के पहाड़ी क्षेत्रों में सर्दी का सितम बढ़ता जा रहा है। हिमांचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाएं मैदानी क्षेत्रों को सर्द कर रही हैं। मंगलवार को पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं का कारण दिन का तापमान करीब तीन डिसे लुढ़क गया।

मंगलवार को दिन में अधिकतम तापमान 21.9 डिसे रहा। जबकि सोमवार को 24.8 डिसे था। उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटे में रात के तापमान में बढ़ोत्तरी हुई। मंगलवार को रात का पारा 11.8 डिसे रहा। अगले 24 घंटे में कोहरा गिरेगा। इससे दिन के साथ रात का पारा लुढ़क सकता है।

सप्तक्रांति आठ, गोरखधाम वैशाली चार घंटे लेट

कोहरे के चलते मंगलवार को भी प्रमुख ट्रेनें लेट से गोरखपुर पहुंची। आनंद विहार से चली सप्तक्रांति एक्सप्रेस आठ घंटे तो वैशाली, गोरखधाम व अवध असम एक्सप्रेस करीब चार घंटे की देरी से पहुंची। पिछले तीन दिनों से कोहरे का असर कम था लेकिन, दिल्ली से सोमवार की रात में दिल्ली से चली सभी ट्रेनें देर से आई। गोरखधाम एक्सप्रेस 445 घंटे की देरी से स्टेशन आई। इसी प्रकार बिहार की ओर वाली वैशाली एक्सप्रेस 3.45 घंटे, बाघ एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से आई। ठंड में प्लेटफॉर्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री परेशान हो गए।

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