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ट्विटर को टक्कर दे रहा KooApp, अबतक इन नेताओं ने किया ज्वाइन; जानें क्या है खास

ट्विटर का स्वदेशी विकल्प कू एप इन दिनों चर्चा में है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कू एप को ज्वाइन किया है। इससे पहले कानून एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल समेत कई केंद्रीय मंत्री इस एप पर आ गए हैं। बता दें कि गूगल प्ले स्टोर पर इसे 10 लाख से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। यह एप आत्मनिर्भर भारत इनोवेशन चैलेंज का विजेता रहा है। अब ट्विटर के साथ विवाद के बाद इस एप के प्रति लोगों की जिज्ञासा बढ़ी है। आइए जानते हैं इस एप से जुड़ी कुछ खास बातें..

इस स्वदेशी माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत पिछले साल यानी 2020 में हुई थी। कू एप के को-फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्णा और मयंक बिदावत्क हैं। आत्मनिर्भर एप चैलेंज में सोशल मीडिया (इंटरनेट मीडिया) कैटेगरी में यह एप विजेता रहा था। इस एप की चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने रेडियो कार्यकर्म मन की बात में भी कर चुके हैं।

किसने किया है कू एप ज्वाइन

इस प्लेटफॉर्म पर केवल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ही नहीं, बल्कि कानून एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद, शिवराज सिंह चौहान, संबित पात्रा, गिरिराज शिंह, सांसद तेजस्वी सूर्या, शोभा करंदलाजे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, ईशा फाउंडेशन की जग्गी वासुदेव, पूर्व क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ, अनिल कुंबले आदि शामिल हैं। इनके अलावा, आइटी मंत्रालय, इंडिया पोस्ट और नीति आयोग जैसे सरकारी विभाग इस एप पर आ गए हैं।

क्या हैं इसके फीचर्स

ट्विटर की तरह यह भी न्यूज और ओपिनियन शेयरिंग माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है। यहां पर भारतीय भाषाओं में टेक्स्ट, वीडियो और ऑडियो के जरिए अपनी बातों को रख सकते हैं और इंटरैक्ट भी कर सकते हैं। लेटेस्ट और ब्रेकिंग न्यूज के साथ देश-विदेश की अलग-अलग टॉपिक्स पर चर्चा कर सकते हैं। जिस तरह ट्विटर पर आप ट्वीट क्रिएट करते हैं, उसी तरह यहां पर कू क्रिएट कर सकते हैं।

क्या-क्या कर सकते हैं

ओपिनियन शेयर कर सकते हैं, क्या ट्रेंड कर रहा है, उस पर नजर रख सकते हैं, न्यूज पर अपनी भाषा में चर्चा कर सकते हैं, पसंदीदा और फील्ड से जुड़े लोगों को फॉलो कर सकते हैं, न्यूजपेपर की खबरों को देख सकते हैं। इतना ही नहीं, एक्सप्लोर सेक्शन में ब्रेकिंग न्यूज का विकल्प भी मिलता है। आप चाहें, तो इसे ट्विटर के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। खास बात यह है कि कू एप पर कैरेक्टर लिमिट 400 है।

कैसे करें डाउनलोड

यह एप गूगल प्ले स्टोर के साथ एप स्टोर पर भी मौजूद है। एंड्रॉयड और आइओएस दोनों ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल प्ले स्टोर पर यह एप कू? कनेक्ट विथ इंडियंस इन इंडियन लैंग्वेजेज है। इसे बॉमबिनेट टेक्नोलॉजीज प्रा. लि. ने डेवलप किया है। यहां अपने मोबाइल नंबर की मदद से एकाउंट खोल सकते हैं। खास बात यह है कि यूजर फेसबुक, लिंक्डइन, यूट्यूब और ट्विटर फीड को कू प्रोफाइल के साथ जोड़ सकते हैं। यह एप फिलहाल चार भाषाओं हिंदी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में उपलब्ध है।

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