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ओमिक्रोन के खतरे से निपटने के लिए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने शुरू कर दी तैयारी, कोविड केयर सेंटर को किया एक्टिव

देश मे कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामले से तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में रखा गया है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान चिन्हित अस्पतालों को कोविड केयर सेंटर तथा कोविड डेडिकेटेड सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया था। पिछले छह माह से कोरोना के केस में कमी आने तथा एक्टिव केस घटने के बाद कुछ राहत मिली थी।

इसका असर कोरोना के खतरे से निपटने की तैयारी पर भी हुआ। नवंबर माह में दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन के दस्तक देने के साथ ही इससे निपटने की तैयारियों की समीक्षा भी शुरू की गई। देश में लगातार सामने आ रहे मामले को देखते हुए राज्य सरकार ने कोरोना की पिछले दो लहर में कोविड केयर सेंटर के रूप में चिन्हित किए गए अस्पतालों व स्वास्थ्य इकाईयों को पुन: 29 दिसंबर तक एक्टिव किए जाने तथा अलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया था।

मुख्यालय स्तर से निर्देश जारी होने के बाद इसको लेकर कवायद शुरू की गई। डीएम के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूर्व में चिन्हित किए गए कोविड केयर सेंटर का स्थलीय निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। आक्सीजन की उपनलब्धता, खाली सिङ्क्षलडर की जांच, आइसोलेशन वार्ड को अलर्ट मोड में रखे जाने के लिए तैयार रखने को कहा गया।

जिले के कदवा प्रखंड में तीन दिन पूर्व कोरोना संक्रमण का तीन मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग भी सकते में आया। हलांकि संक्रामित तीनों की स्थिति सामान्य होने के कारण होम आइसोलेशन में ही रखा गया है। ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए आरटीपीसीआर जांच की गति और बढ़ाने तथा कोरोना टीकाकरण अभियान पर विशेष जोर दिया गया है। रेलवे स्टेशन पर कोरोना प्रभावित राज्यों व शहरों से आने वाले लोगों की आन स्पाट कोरोना जांच भी की जा रही है।

18 कोविड केयर सेंटर को किया गया था चिन्हित

जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल, मेडिकल कालेज, रेडिएंट हास्पीटल, मनिहारी व बारसोई स्थित अनुमंडल अस्पताल तथा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुल 18 कोविड केयर सेंटर को चिन्हित किया गया था। सदर अस्पताल सहित दोनों अनुमंडल अस्पातल में पीसीए आक्सजीन प्लांट लगाया गया था। सदर अस्पताल के आक्सीजन प्लांट में तकनीकी खराबी के कारण प्लांट काम नहीं कर रहा था।

चार दिन पूर्व तकनीकी गड़बड़ी को दूर कर लिया गया है। तीनों आक्सीजन प्लांट वर्तमान में चालू हालत में है। जिले में 430 आक्सीजन सिङ्क्षलडर है। इसके अतिरिक्त मेडिकल कालेज में छह तथा सदर अस्पताल में चार आईसीयू बेड है। सदर अस्पताल के चार चिकित्सकों को पिछले दिनों पटना में राज्यस्तरीय प्रशिक्षण शिविर में संक्रमित बच्चों के इलाज को लेकर विशेष प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था।

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सभी चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान चिनहित कोविड केयर सेंटर को पुन: एक्टिव किया गया है। तीन दिन पूर्व कदवा में कोरोना के तीन मामले मिले थे। सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया हे। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में है। -डा. डीएन पांडेय, सिविल सर्जन, कटिहार

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