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सरकार बड़ी-बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए देश व प्रदेश में सरकारी अनाज मंडियां बंद करना चाहती है- बजरंग गर्ग

सरकारी अनाज मंडियां बंद होने से किसान व आढ़तियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा- बजरंग गर्ग

सरकार को सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से करके उनको 2.5 प्रतिशत पूरा कमीशन देना चाहिए- बजरंग‌ गर्ग

सरकार द्वारा सरसों की सरकारी खरीद आढ़तियों के माध्यम से नहीं करने से आढ़तियों में सरकार के प्रति बड़ी भारी नाराजगी है- बजरंग गर्ग

सरकार को हर अनाज खरीद पर आढ़तियों को पहले की तरह 2.5 प्रतिशत पुरी आढ़त देनी चाहिए- बजरंग‌ गर्ग

हिसार- हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने अनाज मंडी में व्यापारियों की मीटिंग लेने के उपरांत पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार द्वारा सरसों की सरकारी खरीद आढ़तियों के माध्यम से नहीं करने से आढ़तियों में सरकार के प्रति बड़ी भारी नाराजगी है। जबकि सरकार को सरसों की सरकारी खरीद आढ़तियों के माध्यम से करके उनको 2.5 प्रतिशत पूरा कमीशन देना चाहिए। इसी प्रकार सरकार ने गेहूं पर आढ़तियों का जो 55 रुपए 87 पैसे कमीशन बनता है उसमें कटौती करके 45 रुपए 88 पैसे करके 9 रुपए 99 पैसे व धान पर 55 रुपए 07 पैसे कमीशन की जगह 45 रुपए 88 पैसे देकर 9 रूपए 19 पैसे कम देना सरासर गलत है जबकि अनेकों सालों से आढ़तियों को 2.5 प्रतिशत कमीशन मिलता था। उसी प्रकार सरकार को हर अनाज खरीद पर 2.5 प्रतिशत कमीशन देना चाहिए। सरकार ने हरियाणा मार्केट बोर्ड बनाकर हरियाणा में जगह-जगह अनाज मंडिया बनाई हुई है और आढ़ती मार्केट बोर्ड से लाइसेंस लेकर मंडियों में व्यापार कर रहे हैं और आढ़तियों ने मंडी में व्यापार में करोड़ों रुपए लगाए हुए हैं। आढ़तियों के पास अनाज खरीद के माध्यम से कमीशन ही कमाई सिर्फ एकमात्र माध्यम है अगर सरकार अनाज खरीद मंडी के आढ़तियों के माध्यम से नहीं करेगी तो आढ़ती मंडी में दुकान करके क्या करेगा यह बहुत बड़ा चिंता का विषय है।

बजरंग गर्ग ने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से आढ़ती,किसान व मजदूर विरोधी सरकार है। सरकार आढ़तियों का व्यापार खत्म करके सरकारी मंडियां बंद करने पर तुली हुई है जो सरासर गलत है। एक तरफ तो सरकार व्यापार व उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कर रही है और उद्योगों के माध्यम से हरियाणा के युवाओं को रोजगार देने का जुमलेबाजी कर रही है। दूसरी तरफ मंडियों का व्यापार खत्म करने में लगी हुई है। बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा की मंडियों में लगभग 40 हजार आढ़ती व्यापार कर रहे हैं और सैकड़ो व्यापारी गांवों से अनाज भर्ती का काम करते हैं। मंडी के माध्यम से लाखों मजदूर, मुनीम, ट्रांसपोर्टरों व व्यापारियों को रोजगार मिल रहा है और किसानों द्वारा खुली बोली में अनाज बेचने से किसान को अपनी फसल के अच्छे दाम मिलते हैं। सरकारी खरीद बंद होने से लाखों परिवारों का रोजगार छीन जाएगा। सरकार बड़ी-बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए देश व प्रदेश में सरकारी मंडियां बंद करना चाहती है ताकि बड़ी-बड़ी कंपनियों का अनाज, सब्जी व फलों के व्यापार पर कब्जा हो जाए। सरकारी अनाज मंडियां बंद होने से किसान व आढ़तियों को बड़ा भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। बजरंग गर्ग ने केंद्र व प्रदेश सरकार से अपील की है कि वह हर अनाज की खरीद मंडी के आढ़तियों के माध्यम से पहले की तरह करनी चाहिए और आढ़तियों को हर अनाज खरीद पर 2.5 प्रतिशत पूरा कमीशन सरकार को देना चाहिए। इस अवसर पर अनाज मंडी एसोसिएशन जिला प्रधान पवन गर्ग, पूर्व प्रधान संजय गोयल, खल चुरी एसोसिएशन प्रधान त्रिलोक कंसल, मंडी मंदिर प्रधान अशोक गुप्ता, मंडी एसोसिएशन से बजरंग असरावां, पवन बंसल, संजय नागपाल, कृष्ण गोयल, नरेश राजलीवाला, राहुल गर्ग, व्यापार मंडल प्रदेश सचिव निरंजन गोयल आदि व्यापारी प्रतिनिधि भारी संख्या में मौजूद थे।

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