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धोनी के होते हुए टीम इंडिया बुरी तरह फेल,टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होने पर उठे सवाल

BCCI ने बेहतरीन क्रिकेटिंग माइंड वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का मेंटॉर बनाया था, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. टीम इंडिया सिर्फ 4 मैच खेलकर ही टूर्नामेंट से आउट हो गई. 2012 टी-20 वर्ल्ड कप के बाद ये पहला मौका है, जब भारतीय टीम किसी ICC टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाई. बता दें कि क्रिकेट के खेल को धोनी सबसे बेहतर समझने में माहिर हैं. धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया ने साल 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में आईसीसी वनडे वर्ल्ड का खिताब जीता था, लेकिन इस बार उनका ये जादू नहीं चल पाया.

धोनी के होते हुए टीम इंडिया की हुई फजीहत

मेंटॉर बनने के बाद ये धोनी की सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा थी कि वह टीम इंडिया को 2021 टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जितवाने में मदद करें, लेकिन इस मोर्चे पर वह बुरी तरह फेल रहे. इस बार भारत पहली बार वर्ल्ड कप (टी20 और वनडे) में पाकिस्तान से पराजित हुआ और फिर रही सही कसर न्यूजीलैंड ने पूरी कर दी. अब भारत को सोमवार को अपना आखिरी लीग मैच नामीबिया के साथ खेलना है. 

विराट कोहली का युग खत्म 

यह बतौर टी20 कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) का अंतिम मैच है. इसके अलावा कोच रवि शास्त्री की भी छुट्टी हो जाएगी. जहां तक कोहली का सवाल है, तो उन्हें आने वाले दिनों में वनडे की कप्तानी भी गंवानी भी पड़ सकती है.  विराट कोहली, रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत जैसे धुरंधर भी महेंद्र सिंह धोनी की मदद से टीम इंडिया को सेमीफाइनल का टिकट नहीं दिला पाए. टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले महेंद्र सिंह धोनी चेन्नई सुपर किंग्स को चौथी बार आईपीएल चैम्पियन बनाकर आ रहे थे, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ. 

टीम इंडिया में होंगे बड़े बदलाव 

राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया का नया कोच बना दिया गया है. उन्हें 2023 तक के लिए जिम्मेदारी दी गई है. यानी तब तक एमएस धोनी का टीम इंडिया से जुड़ना संभव नहीं है. अगला टी20 वर्ल्ड कप 2022 में ऑस्ट्रेलिया में होना है. ऐसे में राहुल द्रविड़ के पास एक साल से भी कम का समय है. ऐसे में उनकी नजर युवा खिलाड़ियों पर होगी, जो अभी आईपीएल 2021 में अच्छा प्रदर्शन करके आ रहे हैं. इसमें प्रमुख रूप से ऋतुराज गायकवाड़, वेंकटेश अय्यर, मोहम्मद सिराज, आवेश खान हैं. इसके अलावा सीनियर गेंदबाज युजवेंद्र चहल की भी टीम में वापसी हो सकती है.

वर्ल्ड कप जैसे बड़े मौकों पर चूक जाते हैं कोहली 

विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में सबसे बड़ी समस्या ये रही है कि कप्तान बनने के बाद वह भारत को एक भी बड़ा टूर्नामेंट नहीं जिता पाए. कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में भारत को 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने हराया. फिर 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने हराकर सपना तोड़ दिया. इसके बाद 2021 आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और 2021 टी20 वर्ल्ड कप में भी विराट कोहली खिताब जीतने से चूक गए. 

धोनी को इस वजह से बनाया गया था मेंटॉर

महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने अपनी कप्तानी में भारत को कई ऐतिहासिक पल दिए थे. महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने अपनी कप्तानी में आईसीसी की तीन बड़ी ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है. महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में भारत आईसीसी वर्ल्ड टी-20 (2007), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का खिताब जीत चुका है. इसके अलावा भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था. धोनी (MS Dhoni) अपनी कप्तानी में किसी भी क्रिकेटर को असुरक्षित महसूस नहीं करवाते थे और उनके टीम सेलेक्शन में निरंतरता दिखती थी. यही वजह थी कि एक कप्तान के तौर पर वो इतने सफल रहे.

धोनी कैसे भारत को जिताते थे ICC टूर्नामेंट्स?

धोनी खिलाड़ियों को हमेशा टीम में अपनी जगह को लेकर सुरक्षित महसूस कराते थे और ये उनकी कप्तानी की सबसे बड़ी खासियत थी. धोनी टीम में ज्यादा बदलाव नहीं करते थे और इसी वजह से वो इतने बेहतर कप्तान थे. वो टीम में किसी को भी असुरक्षित महसूस नहीं करवाते थे. धोनी पूरे टूर्नामेंट में लगभग एक जैसी टीम खिलाते थे. धोनी की कप्तानी में लीग स्टेज से लेकर नॉकआउट स्टेज तक लगभग एक जैसी टीम रहती थी. धोनी के पास हमेशा से ही ऐसे खिलाड़ी थे जो बड़े मुकाबले में रन बनाते थे. 

महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड

महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए 350 वनडे मैचों में 50.57 की औसत से 10773 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं. धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैचों में 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए हैं, जिसमें 6 शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं. धोनी ने भारत के लिए 98 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 37.60 की औसत से 1617 रन बनाए हैं, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल हैं. धोनी ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर से संन्यास ले लिया था और वह भारत के लिये अंतिम मैच 2019 विश्व कप सेमीफाइनल में खेले थे. इस मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भारत टूर्नामेंट से बाहर हो गया था. 

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