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गुरू प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि का है विशिष्ट संयोग पर जरुर करे ये उपाय, भगवान शिव करेंगे सभी इच्छाएं पूरी

हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आज 02 दिसंबर 2021 और दिन गुरूवार है। मान्यता अनुसार हिंदी माह के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष का व्रत रखा जाता है। आज गुरूवार होने के कारण गुरू प्रदोष का संयोग हैं। इसके साथ ही आज रात्रि के 08 बजकर 37 मिनट के बाद से चतुर्दशी तिथि लग रही है। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को माह की शिवरात्रि का पूजन किया जाता है। हालांकि चतुर्दशी तिथि का सूर्योदय अगले दिन 03 दिसंबर को होगा। लेकिन शिवरात्रि का पूजन रात्रि में होने के कारण आज ही प्रदोष व्रत और अगहन माह की शिवरात्रि दोनों के पूजन का विशेष संयोग बना है।  गुरू प्रदोष और शिवरात्रि के संयोग पर भगवान शिव और पार्वती का विधि पूर्वक पूजन करने से सुखी पारिवारिक और दांपत्य जीवन का आशीर्वाद मिलता है। आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में…..

1-गुरू प्रदोष और मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और पार्वती का पूरे शिव परिवार का पूजन प्रदोष काल में करना चाहिए। पूजन में भगवान शिव को सफेद रंग के और माता पार्वती को लाल रंग के वस्त्र अर्पित करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

2- गुरू प्रदोष के दिन पूजन में शिव लिंग पर गुड़ मिश्रित जल से अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से आपके समस्त दुख दूर होंगे।

3- इस दिन एक कटोरे चावल के दो भाग कर लें। एक भाग चावल भगवान शिव को चढ़ा दें और दूसरा भाग दान कर दें। पूजन के बाद चढ़े हुए चावल के एक सफेद कपड़ें में लपेट कर अपनी तिजोरी में रख दें। आपकी धन-संपदा दिन दूनी रात चौगुनी गति से बढेगी

4- संतान के जीवन में कोई संकट या बाधा आ रही हो तो प्रदोष के दिन अपने बच्चों से मिठाई का दान करवायिए और भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से उनके सभी दुख दूर होगें।

5- शिवरात्रि या प्रदोष के दिन पूजन में शिव लिंग पर काले तिल मिले जल से अभिषेक करने से सभी रोग दूर होते हैं।

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