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अन्न संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान को भारत ने भेजी दो हजार टन गेहूं की दूसरी खेप

भारत की मानवीय सहायता के तहत अन्न संकट से जूझ रहे अफगानिस्तान को गुरुवार को दो हजार मीट्रिक टन ( MTs) गेहूं की दूसरी खेप (second convoy ) अटारी सीमा (Attari) के रास्ते भेजी गई। यह अफगानिस्तान के जलालाबाद पहुंचेगी। इसकी जानकारी विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जिसमें बताया गया कि इसका वितरण संयुक्त राज्य विश्व खाद्य कार्यक्रम के जरिए किया जाएगा।

विदेश सचिव ने किया रवाना

विदेश मंत्रालय के सचिव अरविंद बागची ने कहा, ‘अफगानिस्तान के साथ विशेष संबंध के प्रति भारत प्रतिबद्ध है। इससे पहले 22 फरवरी को भारत ने 2500 टन गेहूं पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान भेजा था। इस माह के शुरुआत में ही भारत ने घोषणा की थी कि पाकिस्तान के रास्ते भारत द्वारा कुल 50 हजार टन गेहूं अफगानिस्तान भेजा जाना है। भारत अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान करने पर जोर देता रहा है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने अमृतसर से पहली खेप को रवाना किया था। पिछले माह MEA ने कहा था कि भारत की ओर से अफगानिस्तान को खाद्यान्न, कोविड वैक्सीन समेत अन्य जरूरी दवाइयां भेजी जाएगी।

पाकिस्तान से मांगा था रास्ता ताकि अफगान भेज सके गेहूं   

भारत ने सात अक्टूबर, 2021 को पाकिस्तान सरकार को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसमें पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान के लोगों को 50 हजार टन गेहूं भेजने के लिए ट्रांजिट सुविधा की मांग की गई थी। 24 नवंबर, 2021 को पाकिस्तान ने इस पर सहमति व्यक्त की थी। इसके बाद 12 फरवरी, 2022 को भारत सरकार ने अफगानिस्तान के साथ गेहूं के वितरण के लिए विश्व खाद्य कार्यक्रम के तहत एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

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