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कहा कि सरकार की बात मानने से इंकार करने वाले पटवारियों को निलंबित किया जा रहा

बठिंडा/14मई: पूर्व केंद्रीय मंत्री और बठिंडा सांसद बीबा हरसिमरत कौर बादल ने आज कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान नहर पटवारियों को अपने रिकाॅर्ड में फर्जी प्रविष्टियां करने के लिए मजबूर कर रहे ताकि यह दिखाया जा सके कि जमीन के बड़े हिस्से की सिंचाई नहर से नही हो रही, ताकि यह साबित किया जा सके कि राज्य के पास अतिरिक्त पानी है।

इसे किसानों की आजीविका को प्रभावित करने वाली एक खतरनाक साजिश बताते हुए बीबा हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के निर्माण को सुविधाजनक बनाने और पंजाब के पानी को हरियाणा और दिल्ली में स्थानांतरित करने के लिए किया जा रहा है। उन्होने कहा,‘‘ इस साजिश में मुख्य खिलाड़ी भगवंत मान और अमित शाह हैं और भगवंत मान केवल अपनी कुर्सी बचाने के लिए पंजाब के भविष्य के साथ खेल रहे हैं।’’

बठिंडा सांसद बुढ़लाडा हलके में प्रचार करते हुए कहा,‘‘ शिरोमणी अकाली दल किसी भी कीमत पर इस साजिश को सफल नही होने देगा। हम अपनी जान दे देंगें, लेकिन अपने राज्य को रेगिस्तान नही बनने देंगें।’’

इस साजिश के बारे में बताते हुए बीबा बादल ने कहा,‘‘ मुख्यमंत्री ने अदालत में स्पष्ट कर दिया है कि यह जांचने के लिए सर्वेक्षण किया जाना चाहिए कि क्या पंजाब के पास अतिरिक्त जमीन है। इसीलिए नहर पटवारियेां को पंजाब में नहर सिंचाई के तहत जमीन की जांच करने और रिकाॅर्ड तैयार करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पटवारियों पर फर्जी एंट्री करने का दबाव बनाया जा रहा है, जिन क्षेत्रों में 25 फीसदी नहर सिंचाई होती है, उन्हे 85 फीसदी नहर सिंचाई वाले क्षेत्र के रूप में दर्ज किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जहां केवल पांच फीसदी जमीन नहरों के माध्यम से सिंचाई होती है उसे 70 फीसदी दिखाया जा रहा है।’’

बीबा बादल ने कहा कि जो पटवारी सरकार के निर्देशों का पालन नही कर रहे , उन्हे सामूहिक रूप से निलंबित किया जा रहा है। उन्होने उदाहरण दिया कि कैसे नहर पटवारी संघ के अध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया गया है।

बीबा बादल ने भगवंत मान से यह पूछते हुए कि उसने अपने राज्य और उसके किसानों को धोखा क्यों दे रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ यह साजिश हमारे राज्य की अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगी। कल इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए सेना भी ला सकती है।’’

यह कहते हुए कि अकाली दल ने हमेशा एसवाईएल नहर के निर्माण का विरोध किया है और यहां तक कि जिस जमीन पर इसका निर्माण किया गया था उसे किसानों को वापिस दे दिया गया था। उन्होने कहा,‘‘ सरदार परकाश सिंह बादल को पंजाब और हमारे हितों की रक्षा करते हुए 18 साल जेल की सजा हुई थी और हम भी ऐसा करना जारी रखेंगें।’’

अकाली नेता ने मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि वह तुच्छ नौटंकी बंद करें और पंजाबियों को बताएं कि उन्होने राज्य की नदियों का पानी केंद्र को क्यों बेचा है। उन्होने कहा सिर्फ इतना ही नही ,‘‘ भगवंत मान लंबे समय से धोखा देते चले आ रहे हैं , उन्होने चंडीगढ़ पर पंजाब के अधिकार की रक्षा करने से इंकार कर दिया और चंडीगढ़ में हरियाणा के लिए एक अलग विधानसभा के निर्माण का विरोध नही किया ।’’ उन्होने यह भी उल्लेख यिका कि कैसे मुख्यमंत्री ने सिख समुदाय के धार्मिक मामलों में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध करने से इंकार कर दिया और यहां तक कि हरियाणा पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने से भी इंकार कर दिया, जिसने पंजाब क्षेत्र में राज्य के किसानों पर आंसू गैस छोड़ी तथा रबड़ की गोलियां और गोला बारूद का इस्तेमाल किया ।

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