Uttarakhand

जंगल में फैली आग के धुएं के कारण चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर वायुसेना का अभ्यास रद…

उत्तरकाशी के आसपास जंगल में फैली आग के धुएं के कारण वायुसेना ने सोमवार को चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर होने वाला अभ्यास रद कर दिया।

रविवार को जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर इस हवाई पट्टी पर वायुसेना ने रात को नाइट सिग्नल लाइट की मदद से हेलीकाप्टर से लैंडिंग और टेकआफ किया। दो दिवसीय इस अभ्यास का सोमवार को अंतिम दिन था।

सुलग रहे हैं आसपास के जंगल

उत्तरकाशी में इन दिनों जिला मुख्यालय के साथ ही आसपास के जंगल सुलग रहे हैं। चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी के प्रोजेक्ट मैनेजर घनश्याम सिंह ने बताया कि आसपास के इलाके में फैले धुएं के कारण दृश्यता प्रभावित होने से वायुसेना ने अंतिम दिन अभ्यास न करने का निर्णय लिया। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अब वायुसेना कब अभ्यास करेगी।

इससे पहले रविवार रात को वायुसेना के एमआइ-17 हेलीकाप्टर से करीब डेढ़ घंटे तक लैडिंग और टेकआफ का अभ्यास किया गया। उन्होंने बताया कि वायुसेना की टीम बरेली से आई थी।

वहीं दो सप्ताह पहले भी वायु सेना ने दो दिनों तक मालवाहक एएन-32 विमान से इस हवाई पट्टी पर अभ्यास किया था। यह टीम आगरा एयरबेस से आयी थी। प्रोजेक्ट मैनेजर के अनुसार चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी के विस्तार का काम अब अंतिम चरण में है।

सामरिक दृष्टि से यह सीमा बेहद संवेदनशील

उत्तराखंड की 345 किलोमीटर लंबी सीमा चीन से सटी है। इसमें से उत्तरकाशी जिला 110 किलोमीटर सीमा चीन के साथ साझा करता है, जबकि चमोली जिले में 100 और पिथौरागढ़ जिले की 135 किलोमीटर सीमा चीन के साथ सटी है। सामरिक दृष्टि से यह सीमा बेहद संवेदनशील है। चमोली के बाड़होती क्षेत्र में चीनी सैनिकों के घुसपैठ के मामले सामने आते रहे हैं।

इसी के मद्देनजर वायुसेना लंबे समय से चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर परीक्षण कर रही है। वर्ष 2016 से अब तक वायुसेना यहां कई बार मालवाहक विमान एएन-32 की लैंडिग करा चुकी है। इसके अलावा वर्ष 2018 में आपरेशन गगनशक्ति के तहत भी अभ्यास किया गया था। इस हवाई पट्टी का महत्व इसलिए भी है कि यहां से चीन सीमा की हवाई दूरी महज 126 किलोमीटर है।

एसडीएम ने किया हवाई पट्टी का निरीक्षण

सोमवार को उत्तरकाशी की उपजिलाधिकारी (एसडीएम) मीनाक्षी पटवाल ने चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी में स्वच्छता, पेयजल व अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।

उन्होंने जलसंस्थान और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के बीच समन्वय करने के भी निर्देश दिए और हवाई पट्टी पर चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। गौरतलब है कि चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी से प्रतिदिन देहरादून के लिए हेली सेवा का भी संचालन किया जाता है।

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