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सुधांशु त्रिवेदी का AMU पर बड़ा बयान, कहा सर सय्यद ने रखी पाकिस्तान की नींव, जिन्ना ने खड़ी की इमारत

 भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सटी (एएमयू) से तस्वीर ही नहीं दिल से जिन्ना को निकालने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की नींव सर सय्यद अहमद खान ने रखी, जिस पर इमारत खड़ी करने का जिन्ना ने किया। पाकिस्तान के अधिकारिक इतिहास में यह लिखा है। हर मुस्लिम आंदोलन में एएमयू की भूमिका रहती है। मुस्लिम लीग और उसका विचार एएमयू की देन है।

जवाहर लाल नेहरू ने किताब में लिखा

केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर अलीगढ़ के रघुनाथ पैलेस में कार्यक्रम को संबोधित करने आए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू ने डिस्कवरी आफ इंडिया के पेज 403 में भी लिखा है कि एएमयू में ज्यादातर अंग्रेज अधिकारियों के रहते रहते ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विरोध की कोई संभावना नहीं रह गई थी। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के समय एएमयू के संस्थापक सर सय्यद अहमद खान ने रिसाल ए बगावत ए हिंद लिखी। जिसमें उन्होंने यह सिद्व करने की कोशिश की जो विद्रोह है वो हिंदुओं ने किया है। मुसलमानों का कोई मतलब नहीं है।

मेरठ में कहा था

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 14 मार्च 1888 को सय्यद अहमद खान ने मेरठ में कहा कि हिंदू और मुसलमान दो अलग कौम हैं। हम अंग्रेजों के जाने के बाद हिंदुओं की प्रजा बनकर नहीं रह सकते हैं। अगर वो जाएंगे तो आगे का मुकाबला होगा। जिसमें हमें सत्ता की सरहदें तय करने वाली असली कलम यानि तलवार का प्रयोग करने वाली अनुमति चाहिए। संख्या में भले की हम हैं, लेकिन हम वो हैं जिन्होंने भारत में यूरोप में दुनिया के बड़े हिस्सों में हुकूमत की। तब सावरकर चार साल के थे।

पाक के पहले पीएम ने एमएयू से किया स्नातक

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान ने एएमयू से स्नातक किया। मुस्लिम लीग की स्थापना का मूल स्रोत एएमयू है। सेक्ल्यूरिज्म के जो सूरमा कहते हैं कि मुस्लिम लीग पूरी तरह से सेक्यूलर है, उनको मैंने उनके पिताजी के नानाजी की किताब पोस्ट की है। उस पर जो भी कमेंट करें स्वतंत्र हैं। एएमयू में मामला हिंदू मुस्लिम का नहीं है। सवाल किया कि आखिर यहां कट्टरपंथी तत्वों को शरण क्यों मिलती है। राजा महेंद्र प्रताप सिंह का जिक्र नहीं होता है। हिंदुत्व की कब्र खुदेगी के यहां नारे लगते हैं।

कितनी बार शहादत को याद किया

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि गैलेंटियर बिग्रेडियर उस्मान की शहादत को कितनी बार इन लोगों ने याद किया। वीर अब्दुल हमीद बलिदान की 50वीं वर्षगांठ 2015 में हुयी। दिल्ली में बुलाकर पीएम मोदी ने स्वजन को सम्मानित किया। 15 अगस्त 1947 उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने शहनाइ बजाइ थी, 50 साल के सेक्यूलर राज में उनको कभी सम्मान नहीं मिला।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्य सभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने समान नागरिकता सम्मान को देश का मुख्य मुद्दा बताया है। उन्होंने कहा कि इसे लकर सर्वोच्च न्यायालय ने भी कई बार टिप्पणी की है। समान नागरिक संहिता होनी चाहिए, जो संविधान निर्माता, सर्वोच्च न्यायालय का भाव था, उसको लेकर ही भाजपा आगे चल रही है। उन्होंने राम राज की तुलना वर्तमान से की। कहा, जो राम के राज में हुआ था, वह आज राम मंदिर के काल में हो रहा है।

आज देश के हर वर्ग का विकास

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भगवान राम ने हर किसी का साथ दिया। आज देश में भी हर वर्ग का विकास हो रहा है। मंदिर निर्माण तब हुआ, जब केन्द्र व यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। आंदोलन जब शुरू हुआ था तब भाजपा की दो सीट थीं। मंदिर का शिलान्यास हुआ तो 302 सीट वाली पार्टी हो चुकी थी। उन्होंने कहा विदेशों में भारत का डंका बज रहा है। मोदी जी पहले प्रधानमंत्री होंगे जो दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के संयुक्त सदन को संबोधित करेंगे।

केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर कार्यक्रम

मंगलवार को रघुनाथ पैलेस में केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर भाजपा के प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज कितना बड़ा बदलाव आया है। नौ साल पहले जब प्रधानमंत्री अमेरिका गए थे उस समय उन्होंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गीता भेंट की थी। तब इन लोगों ने बहुत हल्ला मचाया था। कहा था कि सांप्रदायिकता की बात हो रही है। यह वही लोग हैं जिन्होंने तब गीता पर प्रश्न उठाया था और आज गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार देने पर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस के नेता शायद ध्यान ही नहीं दे पाते कि उनके नेताओं ने क्या लिखा था।

लोकमान्य तिलक ने गीता रहस्य लिखा

लोकमान्य तिलक ने गीता रहस्य लिखा। महात्मा गांधी ने अनाशक्ति योग लिखा। अरे भैया बाहर का न पढ़ो अपना तो पढ़कर देख लो। क्या करें मोदी जी के विरोध में भाजपा के विरोध में ऐसा चश्मा आंखों पर चढ़ा हुआ है कि भारत, भारतीयता, भारतीय संस्कृति, हिंदू धर्म तो छोड़िए अपने नेताओं के खिलाफ भी जाकर खड़े हो जाते हैं। हमारी सरकार से पहले 2007 में इस देश के कई सांसदों ने लिखकर भेजा था यूएस से कि मोदी जी को वीजा नहीं दीजिएगा। यह भारत की लोकतंत्र व्यवस्था का अपमान था। आज मोदी जी को स्टेट डिनर दे रहा है अमेरिका का राष्ट्रपति और मोदी जी भारत के पहले प्रधानमंत्री बने हैं जिन्हें दो बार अमेरिकी संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का मौका मिलेगा।

कानून व्यवस्था का था बुरा हाल

केंद्र व प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर कहा कि एक दौर था जब व्यापारी यहां व्यापार करने आने से डरते थे, लेकिन अब उल्टा हो रहा है। व्यापारी बेखौफ आ रहे हैं और माफिया अदालत में अर्जी दे रहे हैं कि उनकी जमानत याचिका निरस्त कर दी जाए। बीते नौ वर्ष में जन-जन का विकास हुआ है। राष्ट्र का विकास हुआ है। राष्ट्र का गौरव बढ़ा है।

अपराधियों, आतंकवादियों के घर जाता है विपक्ष

ध्यान रखना है कि 75 वर्षों में हमनें क्या खोया और क्या पाया। विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ये अपराधियों और आतंकवादियों के घर जाते हैं। राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कमाल को जब राष्ट्रपति बनाया तो सेक्यूलरिज्म के स्वघोषित नंबरदारों ने विरोध किया। ये लोग बुरहान बानी, याकूब मैनन के जनाजे में जाएंगे। अब्दुल कलाम के जनाजे में नहीं। इन लोगों को अच्छा, सच्चा मुस्लिम अच्छा नहीं लगता। अखिलेश को पीएम का चेहरा संबंधी सवाल पर बोले राजद से पूछेंगे तो जवाब कुछ और, कांग्रेस से पूछेंगे तो जवाब कुछ और होगा। बृज में एक कहावत है कि मल्लन से मल्ल घनेरे, बाहर नहीं भीतर भतेरे।

राहुल गांधी पर साधा निशाना

इशारों इशारों में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को स्टेट डिनर पर बुलाया है। डिनर की टेबल पर रायता फैलाने की कोशिश भैया जी बहुत करके आए थे। सुना है अब वापस आ रहे हैं। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा मोदी इज द बास। जहां उनकी ननिहाल है वहां की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने मोदी जी की प्रशंसा की।

मीनाक्षी जैन ने पुस्तक की भेंट

लेखिका मीनाक्षी जैन ने प्रबुद्धजन सम्मेलन के दौरान राज्यसभा सांसद को अपनी पुस्तक गीता श्रीकृष्ण भेंट की। उन्होंने कोविड काल में यह पुस्तक लिखी। उनकी रचनाओं को पीएम मोदी भी सराहा चुके हैं। 

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