सेव और सिडबी बना रहे बेरोजगार युवाओं और कुशल कारीगरों को सक्षम
बरेली : सिडबी स्वालंबन केंद्रों के माध्यम से एमएसएमई उद्यमियों का सहयोग करने के लिए सिडबी आजीविका आउटरीच कार्यक्रम चल रहा है। निजी क्षेत्र के संगठन भी इस कार्यक्रम को चलाने में सिडबी की मदद कर रहे हैं। निजी क्षेत्र की संस्था सेव ने उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में सिडबी के सहयोग से यह कार्यक्रम शुरू किया है और संस्था ने इन जिलों में अपनी एक-एक शाखा भी स्थापित की है। इन शाखाओं के माध्यम से जिले में उद्यम शुरू करने के लिए इच्छुक बेरोजगार युवाओं और कुशल कारीगरों की पहचान ग्राम सभा, गाँव के दौरा आदि जैसे विभिन्न तरीकों के माध्यम से की जाती है। इच्छुक लोगों को वित्तीय साक्षरता प्रदान की जाती है और यदि आवश्यक हो, तो लोन प्रदान करने में शुरू से लेकर अंत तक सहायता प्रदान की जाती है।
इस संबंध में सेव के निदेशक पंकज कुमार ने कहा कि हम बेरोजगार युवाओं को उद्यम स्थापित करने के महत्व के बारे में बता रहे हैं और उन्हें उद्यमिता का सहयोग करने वाली पहलों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य मैन्युफैक्चरर, सर्विस प्रोवाइडर और ट्रेडर्स का सहयोग करना है। हमने इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 250 उद्यमियों को सुविधा प्रदान करने का लक्ष्य रखा है
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