मनरेगा में महिलाओं की बढ़ी सहभागिता
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में गांवो के विकास के लिये ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में पूरी तत्परता बरती जा रही है, गांवों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ-साथ गरीब परिवारों के जाबकार्ड धारकों को मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, इसमें महिलाओं की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित कराये जाने के फलस्वरूप महिला जाबकार्ड धारकों की मनरेगा के कार्यों में सहभागिता बढ़ी है, इससे महिला सशक्तिकरण व स्वावलंबन को भी बल मिल रहा है।
ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 6 वर्षों में 1.72 करोड़ महिलाओं को मनरेगा योजना अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया एवं मानव दिवस सृजन में महिला सहभागिता वित्तीय वर्ष 2016-17 में 33 प्रतिशत से बढ़ाकर 2022-23 में 38 प्रतिशत की गई। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 21.13 लाख महिला श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है एवं मानव दिवस सृजन में महिला सहभागिता 44 प्रतिशत है।
महिलाओं को मनरेगा में रोजगार दिये जाने की कड़ी में महिला मेटों का भी चयन कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में महिला स्वयं सहायता समूह की 19238 महिला मेटों को चयनित कर प्रशिक्षित किया गया एवं 12580 महिला मेटों को कार्य उपलब्ध कराया गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 35000 महिला मेटों का प्रशिक्षण पूर्ण किया गया एवं उसके सापेक्ष 30906 महिला मेटों को कार्य उपलब्ध कराया गया। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 16963 महिला मेटों को कार्य पर नियोजित किया जा चुका है ।
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