900 सालों के बाद अक्षय तृतीया पर बन रहा है अत्यंत दुर्लभ संयोग, जानिए खरीदारी का महत्व

Akshaya Tritiya 2023 धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन सोने-चांदी की खरीदारी करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। बता दें कि आज के दिन 900 वर्षों के बाद अद्भुत संयोग का निर्माण होता है।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Akshaya Tritiya 2023: आज यानी 22 अप्रैल 2023, शनिवार के दिन देशभर में अक्षय तृतीया पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। आज के दिन शुभ मुहूर्त में सोने-चांदी की खरीदारी करने से और पूजा-पाठ करने से साधकों को विशेष लाभ मिलता है। बता दें कि आज ग्रह-नक्षत्रों का भी विशेष संयोग बन रहा है। आज सूर्य, चंद्रमा और शुक्र उच्च राशि में रहेंगे और शनि स्वराशि में विराजमान रहेंगे। साथ ही मेष राशि में चतुर्ग्रही योग का निर्माण हो रहा है।
आज के दिन केदार, पर्वत, शंख, महादान, सुमुख, ध्वज और आयुष्मान नामक सात शुभ योग का निर्माण भी हो रहा है। ऐसे में आज के दिन किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए शुभ मुहूर्त नहीं देखा जाएगा। बता दें कि ऐसा दुर्लभ संयोग 900 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद बन रहा है। आइए जानते हैं, आज के दिन की गई खरीदारी का क्या विशेष महत्व है?
आज के दिन की गई खरीदारी से दूर हो जाते हैं कई कष्ट
- सोना धातु को अक्षय माना गया है यानी यह कभी भी नष्ट नहीं होता है। इसलिए आज के दिन इस पवित्र धातु की खरीदारी करने से सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है और परिवार में खुशहाली आती है। जो लोग सोने की खरीदारी नहीं कर सकते हैं, वह किसी भी धातु से बनी भगवान की मूर्ति घर ला सकते हैं।
- इसके साथ अक्षय तृतीया के दिन कलपुर्जे, चल-अचल संपत्ति जैसे, वाहन या जमीन की खरीदारी को भी शुभ माना जाता है। इस विशेष दिन पर रियल एस्टेट में निवेश करने से भी लाभ मिलता है।
- शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि अक्षय तृतीया के दिन शादी के लिए मुहूर्त निकलवाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। नारद पुराण, पद्म पुराण एवं स्कंद पुराण में भी इस विषय में बताया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि आज के दिन कन्या दान करने से व्यक्ति को महादान के समान फल की प्राप्ति होती है। लेकिन इस साल गुरु अस्त होने के कारण शादियों का मुहूर्त नहीं है।
- अक्षय तृतीया के दिन स्नान-दान को विशेष महत्व दिया गया है। इस विशेष दिन पर जमीन, तिल, सोना, कपड़ा, गुड़, शहद, खरबूजा, नमक या कन्यादान इन सभी में से किसी एक चीज को दान करने से व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही जरूरतमंद लोगों को मौसम के हिसाब से जरूरी चीजों का दान किया जा सकता है। डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601