पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का दावा- इंग्लैंड अपने इस खिलाडी के बिना एशेज सीरीज नहीं….
नई दिल्ली, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि इंग्लैंड अपने तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के बिना इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज नहीं जीत पाएगा। 26 वर्षीय यह खिलाड़ी हाल के दिनों में चोटों से जूझ रहा है। वह साल की शुरुआत से ही अंदर-बाहर होता रहा है और बहुत कम क्रिकेट खेल पाया है। यहां तक कि कुछ दिन पहले ही ये पुष्टि हुई थी कि वे इस साल के अंत तक टीम में वापसी नहीं कर पाएंगे और न ही वे आइपीएल 2021 के बाकी बचे सीजन के साथ-साथ टी20 विश्व कप में भी खेल पाएंगे।
इसका अब मतलब यह है कि इंग्लैंड जोफ्रा आर्चर के अनुभव और गति के बिना होंगे, जिनके आने वाले एशेज में इंग्लैंड के तुरुप के पत्तों में से एक होने की उम्मीद थी। इंग्लिश ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने भी अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अनिश्चितकालीन ब्रेक लिया है, जो उन्हें आइसीसी टी 20 विश्व कप और एशेज के लिए संदेह में रखता है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज के दौरान इंग्लिश टीम कमजोर दिखाई पड़ सकती है। बल्लेबाजी में शीर्ष क्रम भी इंग्लैंड की टीम की चिंता बढ़ाए हुए है।
शुक्रवार को स्काई स्पोर्ट्स के ‘बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट’ पर बोलते हुए कंगारू टीम के पूर्व क्लार्क ने व्यक्त किया कि इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया में आर्चर के बिना नहीं जीत सकती है और उसे ‘फीयर फैक्टर’ करार दिया। उन्होंने कहा, “वे(इंग्लैंड) उसके (जोफ्रा आर्चर) बिना नहीं जीत सकते। जोफ्रा आर्चर के बिना इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में नहीं हरा सकता। बेन स्टोक्स भी नहीं, उनका खेलना पक्का नहीं है। उनकी बल्लेबाजी उतनी अच्छी नहीं है। वह (आर्चर) उनके फीयर फैक्टर हैं। आर्चर के बिना, मुझे लगता है वे सफल नहीं होंगे।”
इस साल की शुरुआत में भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया पर भी थोड़ा दबाव में होगा। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी इकाई को भारत के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली बार की तुलना में इस बार बल्लेबाजी इकाई को थोड़ा बेहतर बना दिया होगा कि वे क्या करते हैं। उन्होंने कहा, “हमारे तेज गेंदबाज और नाथन लियोन को भारत के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए। बल्लेबाजी एक और साल अनुभवी है और एक और साल समझदार है। मुझे लगता है कि आप (एशेज में) एक बेहतर टीम देखेंगे।”
इंग्लैंड काफी हद तक अनुभवहीन टीम और नाजुक शीर्ष क्रम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी। इंग्लैंड के ऑस्ट्रेलिया के पिछले दो एशेज दौरे निराशाजनक रहे हैं। वे 2013-14 में 5-0 से हारे थे, जब माइकल क्लार्क टीम के कप्तान थे। वहीं, 2017-18 में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 4-0 से हार मिली थी। 2017-18 सीरीज जीतने और फिर 2019 में इंग्लैंड में 2-2 से सीरीज ड्रॉ करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के पास वर्तमान में एशेज ट्रॉफी है, जिसे इंग्लैंड की टीम छीनने की कोशिश करेगी। वहीं, जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड का ये आखिरी अंतरराष्ट्रीय दौरा हो सकता है।
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