आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य महिला उद्यमियों के बगैर संभव नहीं: सुब्रमण्यम स्वामी
फिक्की फ्लो ने आज भाजपा सांसद एवं प्रसिद्ध वकील सुब्रमण्यम स्वामी के साथ एक ऑनलाइन संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया , जिसमें आत्मनिर्भर भारत में महिला उद्यमियों की भूमिका पर चर्चा की गई।
लखनऊ, 26 सितंबर, 2020 । फिक्की फ्लो ने आज भाजपा सांसद एवं प्रसिद्ध वकील सुब्रमण्यम स्वामी के साथ एक ऑनलाइन संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया , जिसमें आत्मनिर्भर भारत में महिला उद्यमियों की भूमिका पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारे देश की अर्थव्यवस्था की हालत बहुत ही चिंताजनक है और मैं इसका कारण कोविड-19 को नहीं मानता इसके पीछे मुख्य कारण भारत सरकार द्वारा बनाई गई इकनोमिक पॉलिसियों की कमियां है उन्होंने खराब अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी और जीएसटी को भी जिम्मेदार ठहराया।
सुब्रमण्यम स्वामी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे देश भी विकसित राष्ट्र हो सकता है अगर हमारी जीडीपी की उन्नति 10% की दर से निरंतर 10 वर्षों तक रहे तो यह संभव है। इसके लिए हमें बाजार में डिमांड को बढ़ाना होगा और खरीद को बढ़ाना होगा जो कि तभी संभव है जब देश की ज्यादातर आबादी को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश की अर्थव्यवस्था इस कदर खराब है कि 2 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा राज्यों का जीएसटी का बकाया है ।
सुशांत सिंह राजपूत मामले मैं उन्होंने कहा कि अब सीबीआई उसमें जांच कर रही है लेकिन मौजूदा साक्ष्यों के आधार पर मेरा मानना है कि यह हत्या का केस है इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बॉलीवुड के ड्रग कनेक्शन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह उचित समय है कि जब कठोर कार्यवाही करके बॉलीवुड में साले टैक्स के रैकेट का सफाया किया जा सकता है।
महिला शक्ति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि नारी की पूजा विभिन्न देवियों के रूप में होती है आदिकाल से मां दुर्गा को शक्ति मां लक्ष्मी को धन और मां सरस्वती को विद्या की देवी के रूप में पूजा जाता है। आज के परिपेक्ष में हम देखे तो तीनों मुख्य क्षेत्र नारी को श्रेष्ठ मानकर पूजे जाते हैं और यही कारण है कि आज महिलाएं स्वावलंबन की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रही हैं और हर क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता को सिद्ध कर रही हैं आज आत्मनिर्भर भारत को बनाने में महिला उद्यमियों की विशेष भूमिका को नकारा नहीं जा सकता और यह भी तय है कि आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य बगैर महिलाओं के संभव नहीं है और इस लक्ष्य को पाने के लिए महिला उद्यमियों को अग्रणी भूमिका निभानी होगी।
एफ़एलओ नेशनल प्रेज़िडेंट के रूप में जान्हवी फूकन का प्रयास विभिन्न स्तरों पर महिलाओं के लिए आर्थिक संभावना को तलाश करना रहता है इसी कड़ी में उन्होंने आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सुब्रमण्यम स्वामी देश के ख्याति प्राप्त आर्थिक विश्लेषक भी हैं जो हम महिला उद्यमियों को आज के हालात में उद्यम को कैसे बढ़ाएं और उनमें क्या सुधार किए जा सकते हैं इसकी जानकारी का दिशा निर्देशन सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा आज की चर्चा में किया गया है हमें आशा है कि हम महिला उद्यमी उनके द्वारा बताए गए सुझावों और जानकारियों को आत्मसात करते हुए अपने उद्यम को शिखर पर ले जाने का प्रयास करेंगे।
रेणुका टंडन पूर्व अध्यक्ष लखनऊ कानपुर चैप्टर और वर्तमान में एफएलओ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य ने चीन से भारतीय आयात के बारे में सुब्रमण्यम स्वामी से बातचीत की उन्होंने कहा कि यह बड़े पैमाने पर 4.58 बिलियन रुपये से लेकर 5.8 बिलियन तक है।
इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, यह हमारे आत्म्निभर भारत परियोजना के तहत एक विशाल कार्य है, विशेष रूप से इसमें शामिल लोगों की मानसिकता को बदलना क्योंकि चीनी मूल्य निर्धारण के साथ प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल है।
इसलिए हमें अपने इंडियन फाइनेंशियल आर्किटेक्चर का पुनर्गठन करके इस चुनौती को पूरा करने और इस चीनी खतरे को समाप्त करने की आवश्यकता है। इसके लिए भारत सरकार को एक रोड मैप तैयार करना होगा।
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