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चंडीगढ़ , इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी के प्रबंधन विभाग द्वारा एमबीए छात्रों के लिए “बॉडी लैंग्वेज” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. दिव्या, सहायक प्रोफेसर, प्रबंधन अध्ययन विभाग, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय से एवं मुख्य अतिथि डॉ. विपुल यादव, परीक्षा नियंत्रक, आईजीयू रहे।
डॉ. विपुल यादव ने छात्रों को हमारे जीवन में शारीरिक हाव-भाव और उसके महत्व के बारे में संबोधित किया। डॉ. दिव्या ने सत्र की शुरुआत लोगों के जीवन में संचार और शारीरिक भाषाओं के महत्व पर विस्तृत जानकारी के साथ की। उन्होंने बताया कि बॉडी लैंग्वेज किसी व्यक्ति के आत्मविश्वास और समग्र स्वरूप को कैसे प्रभावित करती है। उन्होंने छात्रों को कौशल, गैर-मौखिक संचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को किसी से बात करते समय हमारे अंतर्ज्ञान और गेस्चर्स से भी अवगत कराया। कार्यक्रम में एमबीए 2 वर्षीय और एमबीए 5 वर्षीय के विद्यार्थियों ने कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लिया और व्यक्तित्व विकास के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
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