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भारत का पहला AI समर्थ विश्वविद्यालय बना फ्यूचर विश्वविद्यालय

संवाददाता- प्रेम आर्यन

बरेली : फ्यूचर यूनिवर्सिटी, बरेली, जो भारत के सबसे पहले प्रौद्योगिकी-आधारित और नवाचार केंद्रित विश्वविद्यालय के रूप में पहचान बन चुका है, शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी उत्कृष्टता की नई मिसाल पेश कर रहा है। हाल ही में, विश्वविद्यालय ने EduAI समिट 2025 का आयोजन किया — एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक इवेंट, जिसने शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भूमिका को नए आयामों तक पहुंचाया।

मुख्य अतिथि, उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री योगेंद्र उपाध्याय जी ने कुलाधिपति मुकेश गुप्ता के साथ मिलकर इस समिट का उद्घाटन किया, जो फ्यूचर यूनिवर्सिटी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। इस मौके दिग्गज जनप्रतिनिधि के रूप मे छात्रों को आशीर्वाद देने के लिए छत्रपाल सिंह, प्रो श्याम बिहारी, एम पी आर्य, डा डी सी वर्मा, वीर विकर्म सिंह, रश्मि पटेल , जयपाल सिंह , कुंवर महाराज सिंह , सलोना रामसिंह कुशवाह आदि भी उपस्थित रहे ।

6 मार्च 2025 को आयोजित इस समिट ने AI और उच्च शिक्षा के आपसी संबंध को नए सिरे से परिभाषित किया। समिट में प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और तकनीकी दिग्गजों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने मिलकर इस पर विचार-विमर्श किया कि कैसे AI, शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव ला रहा है और छात्रों के अनुभवों को और अधिक व्यावसायिक और तकनीकी रूप से समृद्ध बना रहा है।

समिट के एजेंडे में उपयोगी सत्र, प्रेरणादायक भाषण, और संवाद थे, जिनमें विश्वविद्यालय के AI आधारित पाठ्यक्रमों की विशेषताएं प्रदर्शित की गईं। इसमें नवीनतम AI प्रयोगशालाओं, इंटरेक्टिव शिक्षण प्लेटफार्मों और स्मार्ट कैंपस समाधानों का समावेश किया गया। समिट का मुख्य विषय यह था कि AI-संचालित शिक्षा, अनुसंधान और उद्योग-आधारित कार्यक्रम छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर रहे हैं।

इस कार्यक्रम के दौरान, विश्वविद्यालय ने भविष्य के लिए अपनी रणनीतिक दिशा प्रस्तुत की। कुलाधिपति मुकेश गुप्ता ने कहा, “फ्यूचर यूनिवर्सिटी में, हम केवल शिक्षा नहीं, बल्कि भविष्य के नेतृत्व को आकार दे रहे हैं। हमारी शिक्षण प्रक्रिया में AI का समावेश शैक्षिक उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित कर रहा है और छात्रों को तकनीकी रूप से सक्षम भविष्य की दिशा में अग्रसर कर रहा है।”

प्रो-वाइस चांसलर प्रो. डॉ. पंकज मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि किस तरह से अनुकूलित पाठ्यक्रम प्रत्येक छात्र की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार तैयार किया जाता है। वहीं, समूह निदेशक प्रो. डॉ. हेमंत यादव ने इस बात को स्पष्ट किया कि वैश्विक उद्योग साझेदारी अकादमिक शिक्षा और वास्तविक जीवन के अनुप्रयोगों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाती है।

समिट का एक प्रमुख और प्रेरणादायक क्षण माननीय मंत्री योगेंद्र उपाध्याय जी का भाषण था, जिसमें उन्होंने AI-संचालित शिक्षा में फ्यूचर यूनिवर्सिटी की भूमिका को सराहा और भविष्य के कार्यबल के निर्माण में तकनीकी नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होने कहा जहां आज नए विकसित भारत की नींव रखी जा रही वहां न्यू एजुकेशन पालिसी के आधार पर फ्यूचर विश्वविद्यालय की इस पहल के द्वारा संस्कार, रोज़गार और तकनीक से जोड़ना युवाओ और देश की सफलता का पर्याय है । उन्होंने कहा विकसित भारत का ये विश्वविद्यालय बहुत आगे जायेगा जिसमे युवाओं का भविष्य सुरक्षित है I

मुख्या वक्ता के तौर पर आये IBM , Xebia और EC council से आये मनीष शर्मा , क्षितिज सिंह , हर्ष श्रीवास्तव ने फ्यूचर विश्व विद्यालय के साथ हुए अनुबंध से छात्रों को होने वाले फायदे और करियर के बारे मे जानकारी दी ।

EduAI समिट 2025 ने यह साबित किया कि फ्यूचर यूनिवर्सिटी तकनीकी और व्यक्तिगत शिक्षण को एकीकृत करने में अग्रणी है। विश्वविद्यालय ने अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया कि कैसे वह शोध और उद्योग साझेदारियों के माध्यम से छात्रों को डिजिटल युग में सफल और प्रभावशाली नेता बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है।

इस मौके पर बरैली चैम्बर , रोटरी, के सदस्य , प्रबुद्धजन, शिक्षाविद , फ्यूचर विश्वविद्यालय के शिक्षक आदि उपस्थित रहे ।

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