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मायावती ने भतीजे आकाश को पार्टी से निकाल दिया, आरोप लगाया कि वह ससुर के इशारों पर काम कर रहे थे। 15 महीनों में दो बार उत्तराधिकारी बनाया और हटाया।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से बाहर कर दिया है। मायावती ने आरोप लगाया कि आकाश अपने ससुराल वालों के इशारों पर काम कर रहे थे, जो पार्टी के हितों के खिलाफ था। यह फैसला तब आया जब पिछले 15 महीनों में दो बार आकाश को पार्टी का उत्तराधिकारी घोषित किया गया और फिर हटाया गया।

क्या है पूरा मामला?

आकाश आनंद मायावती के भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। 2023 में उन्हें बसपा का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर बनाया गया था और पार्टी का भविष्य माना जा रहा था। मायावती ने खुद उन्हें उत्तराधिकारी घोषित किया था, लेकिन बाद में यह जिम्मेदारी वापस ले ली।

फिर, जनवरी 2024 में मायावती ने दोबारा आकाश को पार्टी की जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन अब एक बार फिर उन्हें हटा दिया गया है। इस बार मायावती ने सीधा आरोप लगाया कि आकाश अपनी ससुराल के दबाव में आकर गलत फैसले ले रहे थे, जिससे पार्टी को नुकसान हो सकता था।

मायावती का बयान

मायावती ने कहा कि पार्टी में किसी भी तरह की पारिवारिक या बाहरी दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बसपा हमेशा एक संगठनात्मक ढांचे पर आधारित पार्टी रही है, जहां परिवारवाद की कोई जगह नहीं है।

क्या होगा आकाश आनंद का भविष्य?

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आकाश आनंद राजनीति में अपनी नई राह चुनते हैं या बसपा में वापसी की कोशिश करते हैं। उनके समर्थकों में इस फैसले से नाराजगी हो सकती है, लेकिन मायावती का रुख साफ है कि वह किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं करेंगी।

निष्कर्ष

बसपा में परिवारवाद और नेतृत्व को लेकर उठते सवालों के बीच यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है। मायावती ने यह दिखा दिया है कि पार्टी में अनुशासन से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, भले ही वह उनका अपना भतीजा ही क्यों न हो।

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