Exhibition

15000 से अधिक स्थानीय दुकानों और ऑफ लाइन विक्रेताओं ने लोकल शॉप्स ऑन अमेजॉन कार्यक्रम को अपनाया

15,000 से अधिक स्थानीय ऑफलाईन स्टोर्स जुड़ चुके हैं...

“भूषणलाल मिधाल की ज्वेलर्स के मालिक है और वे 70 वर्ष के इमिटेशन और ब्रायडल ज्वेलरी उद्यम के मालिक हैं और उनके दादाजी ने 1951 में इसकी शुरुआत की थी| उन्होने लखनऊ के गडबडझाला क्षेत्र में 72 वर्गफीट के छोटे दुकान से शुरुआत की थी और अब आलमबाग़ मार्केट में उनकी खुद की एक चार मंजिला शोरूम है| हालांकी, इस पूरे दौर में उनके ग्राहकों का केन्द्र लखनऊ तक ही सीमित था| जुलाई 2021 में लकी ज्वेलर्स ने लोकल शॉप्स ऑन अमेजॉन कार्यक्रम में बिक्रेता के तौर पर अपना पंजीयन किया और अब उनका स्टोर पूरे भारत के ग्राहकों के लिए खुल गया है जो  Amazon.in पर अपने उत्पाद खरीद सकते हैं| भूषण कहते हैं, “कुछ वर्ष पहले तक, सिर्फ स्थानीय ग्राहक ही हमारे स्टोर पर आते थे| लेकीन अमेजॉन के साथ यह पूरी तरह बदल गया है| अब हमें पूरे भारत से ऑर्डर्स मिलती हैं और हमारी अगली ऑर्डर कहाँ से आ रही है, यह देखने के लिए हम हमेशा उत्साहित होते हैं| तिमाही के दौरान हमारे बिजनेस में तीन गुना वृद्धि हमने देखी है| पहले ही हम 3000 उत्पादों तक हमारे उत्पादों के कॅटालॉग का विस्तार Amazon.in पर कर चुके हैं|”आज भूषणलाल मिधाल ऐसे 15,000 से अधिक ऑफलाईन रिटेलर्स और पडौस के स्टोर्स में से हैं जिनमें मा वैष्णवी सुपर स्टोर, कल्याणपुर, कानपुर, विराज आर्टस एंड क्राफ्टस, आगरा और सुहागन बैंगल स्टोर, लखनऊ, उत्तर प्रदेश हैं जिन्होने ‘लोकल शॉप्स ऑन अमेजॉन’ कार्यक्रम में बिक्रेताओं के स्तर पर पंजीयन किया है| यह कार्यक्रम ई-कॉमर्स के लाभ ऑफ लाईन रिटेलर्स और पडौस के स्टोर्स को ला देता है| Amazon.in पर उनकी डिजिटल उपस्थिति के साथ वह उनके ऑफ लाईन स्टोर्स के वर्तमान ग्राहक संख्या को अनुकूल सहायता प्रदान करता है और उनका ग्राहक आधार व पहुँच बढ़ाता है| इस कार्यक्रम से ग्राहकों को अपने शहर के पडौस के स्टोर्स से उत्पाद खोजने में मदद मिलती है (जिनमें से कई उन्हे पहले से ही पसन्द आने वाले और उनके विश्वसनीय होते हैं!) और यह वह अपने घर में बैठकर आराम  से कर सकते हैं और इससे स्थानीय दुकानों का रुपान्तरण डिजिटल स्टोर्स में हो जाता है| इस कार्यक्रम के साथ, बिक्रेताएँ अपने बिल्कुल पास होने वाले ग्राहकों के साथ दूर के ग्राहकों को भी बिक्री कर सकते हैं और इसके लिए वे प्रचलित वितरण माध्यमों का या विशिष्ट कुरियर पार्टनर्स के सहयोग का इस्तेमाल कर सकते हैं| वे अपने शहरों में और भारत भर के अन्य स्थानों पर अपने उद्यम के विस्तार के लिए ईजीशिप एंड सेलर फ्लेक्स जैसे अमेजॉन के अन्य फुलफिलमेंट कार्यक्रमों से भी लाभ ले सकते हैं| भारत भर के स्थानीय ऑफ लाईन रिटेलर्स और पड़ोस के स्टोर्स को अपने उद्यम में विस्तार करने में सहायता के लिए बड़ी भूमिका यह कार्यक्रम अदाकर रहा है|अमेझॉन इंडिया के पुलफिलमेंट चैनल  के निदेशक विवेक सोमा रेड्डी ने कहा, “उत्तर प्रदेश के साथ भारत भर लोकल शॉप्स ऑन अमेजॉन कार्यक्रम का तेज़ी से हुआ विस्तार देखकर हम उत्साहित हैं| शुरुआत के बाद दो वर्षों के भीतर इस कार्यक्रम में राज्य के 15,000 से अधिक स्थानीय ऑफलाईन स्टोर्स जुड़ चुके हैं और उन्होने अपना पंजीयन बिक्रेता के तौर पर किया है और Amazon.in पर बेचने के लाभ उन्हे मिल रहे हैं| डिजिटल समावेश से लाखों ऑफलाईन रिटेलर्स, सूक्ष्म उद्योग और राज्य के अन्य छोटे उद्यमों को कितनी सहायता मिल सकती है और वे ऑनलाईन आकर डिजिटल अर्थव्यवस्था में कितना योगदान दे सकते हैं, यह इससे पता चलता है| इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक स्थानीय ऑफलाईन रिटेलर्स के समावेश के लिए और उनके उद्यम में तेज़ी से विस्तार में सहायता के लिए हम प्रतिबद्ध हैं| अमेजॉन के स्थानीय दुकानों के साथ हम उनके शहरों में और उसके आगे भी बड़े ग्राहक ढाँचे को उपलब्ध कराने पर हमारा बल रहेगा और सक्षम ब्रँडस को बनाने में सहायता देते रहेंगे|”डिजिटल उद्यमी बनने के लिए ऑफलाईन रिटेलर्स और पड़ोस के स्टोर्स ने अपनायी टेक्नोलॉजीअप्रैल 2020 में शुभारम्भ हुए लोकल शॉप्सऑन अमेजॉन कार्यक्रम में आज एक लाख से अधिक ऑफलाईन रिटेलर्स और पड़ौस के स्टोर्स हैं जो टायर 2, टायर 3 और मेट्रो समेत देशभर के 340 शहरों से हैं| इसमें  उत्तर प्रदेश के 15,000 स्टोर्स हैं जो नोएडा, लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ, वाराणसी, इलाहाबाद, अलीगढ़, गाज़ियाबाद और अन्य शहरों में फैले हुए हैं| ये बिक्रेताएँ अपने शहरों के ग्राहकों को विविध श्रेणि के उत्पाद देते हैं जिनमें ताज़े फूल, घर और रसोई के उत्पाद, फर्निचर, इलेक्ट्रॉनिक्स, किताबें और खिलौने आदि हैं| ग्राहक Amazon.in पर लॉगइन कर अपने शहर के पसन्दीदा स्थानीय स्टोर्स से खरीद सकते हैं और उसी दिन/ अगले दिन उसे पा सकते हैं और इन बिक्रेताओं द्वारा दी जाने वाली मूल्य वर्धित सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं|

Related Articles

Back to top button