संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनीं आलिया भट्ट की फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ अपनी रिलीज डेट से 10 दिन पहले विवादों में आ गई है। इस फिल्म के ख़िलाफ़ गंगूबाई के घरवालों ने ही कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। परिजनों का कहना है कि गंगूबाई को इस फिल्म में सोशल वर्कर से ज्यादा प्रॉस्टिट्यूट दिखाया गया है।
गंगूबाई के किरदार पर तैयार हुई फिल्म में आलिया भट्ट और अजय देवगन को देखकर गंगूबाई के बेटे बाबू रावजी और उनकी पोती भारती बिलुकल खुश नहीं हैं। इस संबंध में उनकी ओर से 2021 को एक याचिका भी दायर की गई थी और मुंबई कोर्ट ने इस बाबत संजय लीला भंसाली व एक्ट्रेस आलिया भट्ट को समन भी दिया था। हालाँकि बाद में इस फिल्म की रिलीज पर स्टे लगाने से कोर्ट ने इनकार कर दिया और साथ ही कोई आपराधिक मानहानि का केस चलाने से भी अंतरिम तौर पर मना कर दिया। मामला अब भी लंबित है।
माँ को बना दिया वेश्या-गंगूबाई के बेटे
मीडिया से बात करते हुए गंगूबाई के बेटे ने कहा, “मेरी माँ को वेश्या बनाकर रख दिया। लोग अब मेरी माँ के बारे में बेवजह की बातें कर रहे हैं।” गंगूबाई के बेटे के वकील ने बताया, “पूरा परिवार ट्रेलर रिलीज होने के बाद स्तब्ध है। जिस तरह से गंगूबाई को दिखाया गया वो गलत और निराधार है। ये घटिया है। आप एक सामाजिक कार्यकर्ता को वेश्या के रूप में पेश किया है। कौन सा परिवार इस फिल्म को पसंद करेगा। आपने गंगूबाई को एक डायन और लेडी डॉन की तरह दिखाया है।”
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601