भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा -कि कोरोना महामारी को स्थायी रूप से रोकने के लिए टीकों से होनी चाहिए शुरुआत

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने पीबीसी-ईसीओएसओसी (PBC-ECOSOC) की संयुक्त बैठक में कहा कि टीके की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि कच्चे माल की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को खुला रखा जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से स्यायी रूप से उबरने के लिए शुरुआत टीकों से होनी चाहिए। टीएस तिरुमूर्ति ‘महामारी से उबरने के संदर्भ में स्थायी शांति और सतत विकास को बढ़ावा देना’ विषय पर भारत की ओर से अपनी राय रखी।

इसके साथ ही टीएस मूर्ति ने कहा कोरोना के ओमिक्रान वेरिएंट के आने के बाद से भारत ने अफ्रीका में प्रभावित देशों को तुरंत सहायता की पेशकश की है। भारत में बने टीके, आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और चिकित्सा उपकरण इसमें शामिल है।’
साथ ही उन्होंने कहा, ‘टीके की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए, बहुत आवश्यक है कि कच्चे माल की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को खुला रखा जाए।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं और युवाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ मानव-केंद्रित और नागरिक-अनुकूल डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601