खास टूरिस्ट प्वाइंट है डलहौजी, टूरिस्ट का मन मोह लेती है यहां के खूबसूरती

यह स्थान मुख्य रूप से ब्रिटिश औपनिवेशिक के रूप में प्रसिद्ध था, ब्रिटिश काल के दौरान यह उनका मनपसंद हिल स्टेशन हुआ करता था। इस जगह का नाम ब्रिटिश वायसराय लार्ड डलहौजी के नाम पर रखा गाया था और आज भी यह खूबसूरत हिल स्टेशन इसी नाम से जाना जाता है। यह जगह 5 पहाड़ियों कठलोंग, पोट्रेन, तेहरा, बकरोटा और बलुन से घिरा हुआ है जो चंबा जिले का हिस्सा है। हरे- भरे वन्स्पति देवदार के पेड़ो से घिरा हुआ यह एक रमनीय दृश्य है।

हिमाचल प्रदेश की गोद में बसा एक छोटा सा शहर डलहौती हर एक आंगतिक के लिए स्वर्ग का एक टुकड़ा है। यहां कि प्राकृतिक सुंदरता. ऊंचे पहाड़, शोर मचाती नदियां को देखकर आप काफी रोमांचित हो जाएंगे। यहां पर काफी सारे टूरिस्ट प्वाइंट है जहां आप जा सकते है- जैसे कई प्रसिद्ध चर्च सेंट फ़्रांसिस, सेंट जॉन आदि जगहों पर जा सकते है इसके अलावा आप यहां पर कई साहसिक गतिविधियों का भी लुत्फ़ उठा सकते है।
डलहौजी के मुख्य पर्यटन स्थल
सतधारा झरना
यह झरना डलहौजी के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है। यह झरना समुद्र तल से लगभग 2036 मीटर की ऊंचाई परस्थित है। भीड़- भाड़ से दूर यह टूरिस्ट स्पॉट काफी शांत जगह पर है, यहां मनोरम दृश्य आपको बहुत अच्छा लगेगा।
सुभाष बावली
इस झरने का नाम स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर रखा गया है। इस बहते हुए झरनें के पीछे एक दिलचस्प तथ्य यह है कि इस झरने के पानी में विभिन्न तरह के औषधि गुण है जो कई स्वतंत्रता सेनानी को ठीक करचुके है।
सेंट जॉन चर्च
यह चर्च शहर में मौजूद सबसे पुराने गिरजाघर में से एक है। इस कारण यह गिरजाघर एक बड़ा आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व है। यह स्थान ईसाई धर्म को मानने वालो के लिए सबसे पवित्र जगहों में से एक है।
डलहौजी में करने के लिए चीजें
दिनकुंड चोटी
दिनकुंड चोटी क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है। यहां से आप प्राकृतिक सुंदरता के अद्भुत नजारें ले सकते है।यदि आप रोमांचक जगह की तलाश में है तो यह स्थान आपके यात्रा सूची में होनी चाहिए यहां आप ट्रेकिंग करके आ सकते है।
रिवर क्रॉसिंग और रिवर राफ्टिंग
यदि आप साहसिक गतिविधियों में दिलचस्पी रखते है तो इस स्थान के बारे में आपको जरूर सोचना चाहिए। प्रशिक्षितप्रशिक्षकों की देखरेख में रिवर राफ्टिंग करना आपके लिए अभूतपूर्व अनुभव साबित होगा जिसे आप कभी भूल नहींपाएंगे।
गुंजी पहाड़ी
गुंजी पहाड़ी एक ऐसी पहाड़ी है जो डलहौजी से मात्र 5 किमी की दूरी पर स्थित है। यह पहाड़ी अपनी खूबसूरत प्रकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहां की यात्रा करना आपके लिए एक शानदार अनुभव साबित होगा।
मिंजर मेला
यह मेला सात दिनों की अवधि के लिए चलता है। इस मेले के दौरान, लोग बड़े उत्साह के साथ इसे मनाते हुए देवताओंका जुलूस निकालते हैं।
महाशिवरात्रि
इस महोत्सव को काफी धूमधाम के साथ मनाते है। इस अवसर को महादेव और माता पार्वती के विवाह के दिन के रूप में मनाया जाता है।
हल्दा महोत्सव
यह लाहौल घाटी में नए साल का जश्न है। स्थानीय लोग इस त्योहार को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। यह काफी शानदार तरीके से मनाया जाता है जिसे अनुभव करना आपके लिए अभूतपूर्व साबित होगा।
डलहौजी में प्रमुख व्यंजन
यह स्थान जिस प्रकार प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है उसी प्रकार अपने लजीज व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है। यहां आप लजीज तिब्बती व्यंजन जैसे ग्यूरमा और थेनथुक यहां के प्रसिद्ध व्यंजन है।
ख़रीददारी
यहां आप ऊनी वस्त्र जैसे स्वेटर, शॉल, रंग बिंरंगे कालीन खरीद सकते है। इसके अलावा आप यहां पर हस्तशिल्प के कई सामानों को खरीद सकते है।
डलहौजी घूमने का सही समय
आप साल के किसी भी समय डलहौजी की यात्रा कर सकते हैं। यह अपनी आदर्श जलवायु स्थिति होने के चलते आप पूरे वर्ष भर कभी भी यहां आ सकते है। लेकिन अगर आप सही समय के दौरान यात्रा के बारे में सोच रहे हैं तो आप मार्च और जून के महीने इस स्थान की यात्रा के लिए काफी अच्छा माना जाता है।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601