आठ वर्षों में सबसे बड़े टैक्स कट्स की घोषणा, उद्योग जगत ने किया स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश के आर्थिक ढांचे को मजबूती देने के उद्देश्य से पिछले आठ वर्षों में सबसे बड़े टैक्स कट्स की घोषणा की। इस निर्णय से जहां सरकार की राजस्व आमदनी पर दबाव पड़ने की आशंका जताई जा रही है, वहीं उद्योग जगत और व्यापारिक समुदाय ने इस कदम को ऐतिहासिक बताते हुए खुलकर स्वागत किया है।
सरकार के इस कदम को आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और निवेश को आकर्षित करने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि टैक्स कट्स से कारोबारियों और उद्यमियों को राहत मिलेगी, जिससे बाज़ार में पूंजी प्रवाह और उपभोक्ता मांग दोनों बढ़ सकते हैं।
हालांकि, विपक्ष ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजस्व में कमी से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और सामाजिक क्षेत्र के खर्च पर असर पड़ सकता है।
वित्त मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह टैक्स सुधार लंबी अवधि में देश की अर्थव्यवस्था को गति देने और ‘Ease of Doing Business’ को और आसान बनाने के लिए उठाया गया है।

उद्योग जगत की प्रतिक्रिया:
- CII (कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री) ने इसे “भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर” करार दिया।
- फिक्की (FICCI) ने कहा कि यह कदम निवेश और उद्यमिता को नया प्रोत्साहन देगा।
- छोटे और मध्यम उद्योग संगठनों ने उम्मीद जताई कि टैक्स में राहत से उत्पादन लागत कम होगी और निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले महीनों में इसका असर शेयर बाज़ार और विदेशी निवेश पर भी देखने को मिलेगा।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601