बड़े बकायेदारों पर कार्रवाई करें, उपभोक्ताओं को समय से विद्युत बिल जमा करने के लिए प्रेरित करें
Take action against big defaulters, motivate consumers to pay electricity bills on time
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को पटरी में लाने के लिए सभी विद्युत कार्मिक अपने कार्य दायित्वों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करें। उपभोक्ताओं की शिकायतों को गंभीरता से लें, शिकायतों के समाधान में संवेदनशीलता बरतें, लोगों की मजबूरी का फायदा न उठाएं, बल्कि उनकी परेशानियों में हमदर्द बनकर सहयोग करें। साथ ही 1912 में आई शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करायें। ऐसी व्यवस्था बनाएं कि समस्या ही न पैदा हो। उन्होंने कहा कि सभी कार्मिक अपने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के संपर्क में रहें, उनके द्वारा दिए गए सुझावों और मुद्दों पर गंभीरता से कार्य करें।
ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा बुधवार को नगरीय निकाय निदेशालय, लखनऊ में सभी डिस्काम के साथ विद्युत कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी एमडी को निर्देश दिए कि डिस्काम के जिन क्षेत्रों में खासतौर पर शहरी फीडर में 60 से 70 प्रतिशत लाइन लॉस है, वहां पर विद्युत चोरी रोकने के लिए विजिलेंस कार्रवाई करें। विद्युत चोरी में संलिप्त वहां के विद्युत कार्मिकों पर भी सख्त कार्रवाई करें। विद्युत चोरी करने वाले और करवाने वाले कार्रवाई से बचने नहीं चाहिए, जहां पर भी लाइन लॉस ज्यादा है वहां पर पूरा ध्यान दें, विद्युत चोरी में संलिप्त लोग विभाग के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे, यह अब मंजूर नहीं होगा। विद्युत चोरी पर पूर्ण अंकुश लगाए और राजस्व बढ़ाने पर ध्यान दें। बड़े बकायेदारों पर कार्रवाई करें, उपभोक्ताओं को समय से विद्युत बिल जमा करने के लिए भी प्रेरित करें, किसी भी प्रकार की कार्रवाई में किसी भी निर्दोष व्यक्ति का उत्पीड़न न होने पाये, इसके लिए शिकायतों के प्रति स्वयं सतर्क और गंभीर रहें।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विगत 02 वर्षों में इस बार बरसात में सबसे ज्यादा शिकायतें आयीं, विद्युत कटौती बंद होनी चाहिए, निर्धारित शेड्यूल में सभी क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति की जाए। विद्युत कार्यों हेतु लिये गए शटडाउन के दौरान सभी कार्य कराए जाएं, खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत कार्यों को शटडाउन के समय ही कराया जाए। लोग ट्रिपिंग और लो वोल्टेज से परेशान हैं, लखनऊ के गोमतीनगर और इंदिरानगर जैसे पास इलाके में भी ट्रिपिंग हो रही है, विद्युत कार्मिक ऐसी व्यवस्था बनाये हुए हैं, यह शीघ्र बंद होनी चाहिए। जहां कहीं पर भी फीडर या ट्रांसफार्मर ओवरलोड है, वहां पर लोड बढ़ाने का प्रयास किया जाए। हमारी व्यवस्था से सही उपभोक्ताओं को परेशानी न होने पाए। मीटर रीडर द्वारा उपभोक्ताओं को समय से सही बिल उपलब्ध कराया जाए, विद्युत कनेक्शन देने में हीलाहवाली न करें, नियमानुसार सभी को समय से विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करायें।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि किसानों के निजी नलकूप कनेक्शन के लिए जरूरी विद्युत सामग्री की आपूर्ति समय से की जाए। ट्रांसफार्मर जलने पर समय से उसकी रिपेयरिंग हो, इसके लिए वर्कशॉप की व्यवस्था ठीक से संचालित करायें, जहां पर भी संभव हो सके, वहां पर ऐसी स्थिति में ट्राली ट्रांसफार्मर लगवा कर विद्युत आपूर्ति बहाल रखें। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की शिकायतें स्थानीय स्तर पर हल न होने से लोग लखनऊ आकर मंत्री आवास में शिकायत दर्ज करा रहे। उपभोक्ताओं की शिकायतों की जानकारी डिस्काम के प्रबंध निदेशक, जोन के चीफ इंजीनियर से लेकर अवर अभियंता तक हो। इसके लिए सभी डिस्काम, जोन एवं जिला स्तर पर शिकायतों का त्वरित संज्ञान लेने और हल करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाएं, जिस पर समस्या के उत्पन्न होने से लेकर समाधान तक की सम्पूर्ण जानकारी दी जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि ‘सम्भव’ पोर्टल के तहत सभी स्तरों पर जनसुनवाई की जाए और जनसुनवाई में आई शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए समाधान करायें।
ऊर्जा मंत्री ने कुछ गंभीर शिकायतों को की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि वर्तमान में ऐसी स्थिति है। उन्होंने बताया कि प्रियदर्शनी पावर हाउस, फैजुल्लागंज, लखनऊ में 200 केवी का ट्रांसफार्मर रात 02ः00 बजे जल जाता है, लेकिन सुबह तक किसी भी अधिकारी को खबर नहीं लगती। सुबह मंत्री कार्यालय में शिकायत आने पर दोपहर बाद विद्युत आपूर्ति बहाल हो सकी। इसी प्रकार मथुरा से शिकायत है कि उपभोक्ता के यहां 11 दिनों से विद्युत आपूर्ति नहीं आ रही थी और 1912 में की गई शिकायत का समाधान होना बताया जा रहा था। बरेली के रसूलपुर के रचित अग्रवाल के निजी नलकूप कनेक्शन में बिजली चालू नहीं की गई और बिजली बिल आने लगा। किसानों के ट्रांसफार्मर जल जाने पर समय से न बदलने की शिकायतें आ रही हैं। ऐसी गंभीर शिकायतों का समाधान स्थानीय स्तर पर ही समय से हो जाना चाहिए था, शिकायतों का समाधान समय से हो जाता, तो उपभोक्ता को हमारे पास तक आने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
पावर कारपोरेशन अध्यक्ष डॉ0 आशीष कुमार गोयल ने बैठक में कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को और बेहतर बनाना है। सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बेहतर रहे। उन्होंने निर्देशित किया कि विद्युत व्यवधानों को कम से कम समय में ठीक किया जाये। ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त न हों इस पर पूरा ध्यान दिया जाये और क्षतिग्रस्त होने पर उन्हें निर्धारित अवधि में हर हाल में बदला जाय। उन्होंने कहा कि हमारा काम उपभोक्ता सेवा से जुड़ा है। जिसे हमे अनवरत ईमानदारी से करना है। जिन क्षेत्रों में सर्वाधिक लाइन हानियॉ हैं वहॉ चोरी की ज्यादा संभावना रहती है। इसलिये सबसे पहले यहॉ अभियान चलाकर हर कनेक्शन की जॉच हो, स्मार्ट मीटर भी प्राथमिकता के साथ यहॉ लगाये जाये।
समीक्षा में आज वाणिज्य एवं तकनीकी 14 बिन्दुओं पर समीक्षा की गयी। जिसमें असिस्टेड बिलिंग, नेवर पेड उपभोक्ता, आई0डी0एफ0 प्रकरण, 10 केवी से ऊपर के उपभोक्ताओं पर शतप्रतिशत डबल मीटरिंग, विद्युत चोरी रोकने हेतु विजिलेन्स रणनीति, सही बिलिंग, झटपट एवं निवेश मित्र तथा आर0डी0एस0एस0 तथा बेहतर विद्युत आपूर्ति के लिये किये जा रहे कार्यों आदि की समीक्षा की गयी।
अध्यक्ष ने कहाकि हमें सभी उपभोक्ताओं को सही रीडिंग का बिल समय से उपलब्ध कराना है। इसलिये मीटर रीडिंग सही ढ़ग से हो और उपभोक्ताओं को समय से मिले यह सुनिश्चित होना चाहिए। सभी अधिकारी खुद भी मीटर रीडर के साथ जाकर रीडिंग लिया करें। उन्होंने विद्युत बिल वसूली हेतु लगातार प्रयास करने हेतु भी निर्देशित किया। अध्यक्ष ने कहा जितनी बिजली दें उतना बिल जमा करायें।
बैठक में कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार एवं सभी डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक तथा मुख्य अभियन्ता वितरण, अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित थे।
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