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‘नासा’ के अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन हेतु शुभांशु शुक्ला का चयन

विदित हो कि भारत-अमेरिकी स्पेस मिशन हेतु शुभांशु को मुख्य पायलट के तौर पर चयनित किया गया है, जिसकी घोषणा अभी हाल ही में ‘इसरो’ द्वारा की गई। इससे पहले शुभांशु को गगनयान मिशन हेतु भी चयनित किया जा चुका है।

सी.एम.एस. प्रबन्धक, प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने सी.एम.एस. छात्र की अभूतपूर्व उपलब्धि पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही 29 मई को शुभांशु सी.एम.एस. अलीगंज प्रथम कैम्पस में पधारे थे, जहाँ सी.एम.एस. के छात्रों व शिक्षकों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर शुभांशु ने विद्यालय के छात्रों से खुलकर बातचीत की। इसी विद्यालय परिसर में शुभांशु ने एक छात्र के रूप में अपने भावी जीवन के सपनों को संजोया था। प्रो. किंगडन ने कहा कि अपनी आश्चर्यजनक उपलब्धि से शुभांशु ने न केवल अपने स्कूल को गौरवान्वित किया है अपितु विश्व पटल पर लखनऊ का नाम रोशन किया है। प्रो. किंगडन ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

सी.एम.एस. जन-सम्पर्क अधिकारी श्री ऋषि खन्ना ने बताया कि शुभांशु को इसरो और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के संयुक्त अंतरिक्ष मिशन के लिए चुना गया है। इस प्रकार, शुभांशु ने भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री के तौर पर देश का नाम रोशन किया है। इससे पहले राकेश शर्मा 1984 में सोवियत मिशन के साथ अंतरिक्ष में गए थे। एक साधारण पृष्ठभूमि से आनेे वाले त्रिवेणी नगर, लखनऊ के निवासी शुभांशु ने अपनी योग्यता, संकल्पशक्ति व दृढ़ निश्चय की बदौलत यह अभूतपूर्व उपलब्धि अपने नाम की है, जिस पर पूरा सी.एम.एस. परिवार गौरवान्वित है।

श्री खन्ना ने बताया कि अन्तरिक्ष यात्री के तौर पर शुभांशु की ट्रेनिंग इसी सप्ताह शुरू हो रही है एवं जल्दी ही शुभांशु अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर रवाना होंगे, जहाँ व वैज्ञानिक अनुसंधान एवं प्रोद्योगिकी संबंधी प्रयोग करेंगे। श्री खन्ना ने बताया कि मान्टेसरी से लेकर कक्षा-12 तक की शुभांशु की सम्पूर्ण प्राथमिक शिक्षा सी.एम.एस. से ही पूरी हुई है, जिसके उपरान्त 2006 में भारतीय वायु सेना में एक लड़ाकू पायलट के रूप में चयन हुआ।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुभांशु को ‘एस्ट्रोनॉट्स विंग्स’ सम्मान से नवाजा गया है। श्री खन्ना ने विश्वास व्यक्त किया कि सी.एम.एस. छात्र शुभांशु की अनुकरणीय उपलब्धि सभी वर्तमान छात्रों के लिए निश्चित ही प्रेरणादायी साबित होगी।

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