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सरस्वत बैंक ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक का किया अधिग्रहण

मुंबई:- देश के सबसे बड़े शहरी सहकारी बैंकों में से एक Saraswat Bank ने New India Co-operative Bank (NICB) का अधिग्रहण कर लिया है। इस अधिग्रहण को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) से मंजूरी मिल चुकी है, और यह 4 अगस्त 2025 से प्रभाव में आ जाएगा।

अधिग्रहण के मुख्य बिंदु:

  • New India Co-operative Bank की सभी शाखाएँ अब Saraswat Bank के रूप में काम करेंगी।
  • NICB की सभी परिसंपत्तियाँ (assets) और देयताएँ (liabilities) अब Saraswat Bank द्वारा संभाली जाएँगी।
  • NICB के सभी ग्राहकों के खाते, जमा राशि, ऋण और बैंकिंग सेवाएँ सुरक्षित रहेंगी और उन्हें नई व्यवस्था के तहत सुचारू रूप से सेवा मिलती रहेगी।
  • ग्राहकों को 5 अगस्त 2025 से अपने खातों तक Saraswat Bank के माध्यम से डिजिटल और फिजिकल दोनों तरीकों से पहुंच मिल जाएगी।
  • ग्राहकों के लिए क्या बदलेगा?
  • NICB के ग्राहकों को कोई असुविधा नहीं होगी
  • सभी खाते जैसे हैं वैसे ही बने रहेंगे — बस बैंक का नाम और कुछ प्रक्रियाएँ बदलेंगी।
  • ग्राहकों को नई चेक बुक, पासबुक और कार्ड Saraswat Bank से प्राप्त होंगे।
  • New India Co-operative Bank की स्थापना 1968 में हुई थी और यह मुंबई में मुख्य रूप से काम कर रहा था।
  • NICB पिछले कुछ वर्षों से वित्तीय संकट का सामना कर रहा था, जिससे उसकी परिसंपत्तियाँ और सेवाएँ सीमित हो गई थीं।
  • RBI ने ग्राहकों की सुरक्षा और बैंकिंग व्यवस्था को स्थिर बनाए रखने के लिए विलय का रास्ता सुझाया।

“हम NICB के ग्राहकों का स्वागत करते हैं। उनका धन और भरोसा हमारे लिए सर्वोपरि है। उन्हें उच्च गुणवत्ता की बैंकिंग सेवाएँ उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है।”

यह विलय न केवल बैंकिंग सेक्टर में स्थिरता लाएगा, बल्कि NICB के ग्राहकों को अब एक मजबूत और तकनीकी रूप से सक्षम बैंकिंग नेटवर्क का लाभ भी मिलेगा।

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