GovernmentState NewsUttar Pradesh

समाधान दिवस कार्यक्रम बहेड़ी तहसील में संपन्न, जिलाधिकारी ने सुनी जनसमस्याएं

बरेली :-तहसील बहेड़ी में सोमवार को समाधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वयं जिलाधिकारी ने की, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में आम जनमानस की समस्याएं गंभीरता से सुनी गईं और कई शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत सुबह निर्धारित समय पर हुई, जहां पहले से बड़ी संख्या में ग्रामीण, नागरिक, किसान और अन्य फरियादी अपने आवेदन लेकर पहुंचे थे। समाधान दिवस का मुख्य उद्देश्य जनता की शिकायतों को सुनकर उनका त्वरित और प्रभावी समाधान करना है, ताकि आम जनता को बार-बार कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें।

जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जिले में हर समाधान दिवस को गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाए और जनता को राहत प्रदान की जाए।

जनसमस्याओं की विस्तृत सुनवाई

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रकार की समस्याएं सामने आईं जिनमें भूमि विवाद, पेंशन, राशन कार्ड, बिजली आपूर्ति, जल निकासी, स्वास्थ्य सेवाएं, आवास योजनाओं में देरी, तथा शासन की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित होना प्रमुख थीं। जिलाधिकारी ने सभी शिकायतकर्ताओं से व्यक्तिगत रूप से बात की और संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि समस्याओं का समाधान पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से किया जाए।

मौके पर ही कई समस्याओं का समाधान

कई ऐसे मामले थे, जिनमें मौके पर ही अधिकारियों ने आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर समाधान कर दिया। कुछ मामलों के लिए जिलाधिकारी ने स्वयं जांच के आदेश दिए और रिपोर्ट तलब की। लोगों ने प्रशासन की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से उन्हें अपनी बात सीधे प्रशासन तक पहुंचाने का अवसर मिलता है।

अधिकारियों को मिली जिम्मेदारियां

जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी विभागीय अधिकारियों से फीडबैक लिया और स्पष्ट किया कि भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही या टालमटोल की प्रवृत्ति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाधान दिवस केवल एक औपचारिकता न होकर जनसेवा का सशक्त माध्यम है।

जन सहभागिता से बढ़ा विश्वास

समाधान दिवस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी से यह स्पष्ट हुआ कि जनता अब प्रशासनिक तंत्र पर विश्वास कर रही है और समस्याओं के समाधान की आशा लेकर ऐसे कार्यक्रमों में भाग ले रही है। कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपनी कार्यशैली में पारदर्शिता रखें और जनता की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।

Related Articles

Back to top button