भीषण गर्मी से कांपा राजस्थान, गंगानगर बना देश का सबसे गर्म शहर | 91 साल का रिकॉर्ड टूटा

गंगानगर (राजस्थान) | 14 जून 2025 |
राजस्थान इस समय भीषण लू और अत्यधिक तापमान की चपेट में है। शुक्रवार को श्रीगंगानगर का तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो न सिर्फ इस सीजन का बल्कि पिछले 91 वर्षों का सबसे ऊंचा तापमान है। यह आंकड़ा देशभर में सबसे ज्यादा रहा और अब तक के रिकॉर्डेड तापमानों में भी ऐतिहासिक माना जा रहा है।
तपिश ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, श्रीगंगानगर का तापमान इससे पहले 1934 में 49.2 डिग्री दर्ज हुआ था। अब यह रिकॉर्ड टूट चुका है।
बीकानेर, चूरू, और बाड़मेर जैसे शहरों में भी पारा 47 से 48 डिग्री के बीच रहा।
IMD ने अगले 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों को घर के भीतर रहने और पर्याप्त पानी पीने की सलाह दी है।
हीट स्ट्रोक से स्वास्थ्य संकट
गंगानगर और आसपास के इलाकों में हीट स्ट्रोक के मामलों में जबरदस्त इजाफा देखा गया है। जिला अस्पताल में 20 से अधिक लोग हीट स्ट्रोक से पीड़ित होकर पहुंचे, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है और चिकित्सा टीमों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
स्कूल बंद, निर्माण कार्य स्थगित
प्रशासन ने सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है और दोपहर 12 बजे के बाद सभी निर्माण कार्यों को अस्थायी रूप से रोकने के निर्देश दिए हैं।
गर्मी को देखते हुए बिजली और पानी की आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
किसानों की चिंता बढ़ी
भीषण गर्मी का असर कृषि पर भी साफ दिख रहा है। कई जगहों पर फसलों में जलन के लक्षण दिख रहे हैं।
किसानों का कहना है कि अगर अगले कुछ दिनों में हालात नहीं बदले, तो खेती को भारी नुकसान हो सकता है।
साथ ही, ट्यूबवेल और बोरवेल के इस्तेमाल से जलस्तर में भी गिरावट देखी जा रही है।
बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सतर्कता की अपील
डॉक्टरों और स्थानीय प्रशासन ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को दोपहर में बाहर न निकलने की सख्त सलाह दी है।
साथ ही, छांव में रहने, ढीले-ढाले कपड़े पहनने और ओआरएस या नींबू पानी जैसे पेय का सेवन करने की हिदायत दी गई है।
जलवायु परिवर्तन की चेतावनी
जलवायु वैज्ञानिकों ने इस घटना को ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन का गंभीर संकेत बताया है।
उनका कहना है कि आने वाले वर्षों में ऐसे तापमान सामान्य हो सकते हैं, अगर हमने पर्यावरण संरक्षण के उपाय तत्काल नहीं किए।
निष्कर्ष:
गंगानगर में पारा 49.4°C तक पहुंचना न सिर्फ राजस्थान, बल्कि पूरे भारत के लिए खतरनाक संकेत है। यह भीषण गर्मी इंसान, पशु, फसल और पूरे पारिस्थितिक तंत्र के लिए चुनौती है।
सरकार और आमजन को मिलकर जल संरक्षण, हरियाली बढ़ाने और जिम्मेदार व्यवहार अपनाने की सख्त जरूरत है।
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