National

US के राष्‍ट्रपति की शाही सवारी ‘एयरफोर्स वन’ की बराबरी करता PM नरेंद्र मोदी का विमान ‘एयर इंडिया वन’ जानिए क्या है ख़ासियत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्‍लादेश यात्रा के साथ एयर इंडिया वन का विमान बी-777 भी सुर्खियों में है। कोरोना काल की शुरुआत के बाद प्रधानमंत्री की यह पहली विदेश यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा इसलिए भी खास है क्‍यों कि इस बार उनकी यह यात्रा बी-777 से हुई है। आखिर क्‍या है बी-777 विमान की खासियत। क्‍यों है यह विमान सुर्खियों में।

US राष्‍ट्रपति का विमान एयरफोर्स वन से की जा रही है तुलना

दरअसल, यह विमान अपनी ठाठ-बाट और अत्‍याधुनिक सुविधाओं के कारण दुनिया का ध्‍यान अपनी ओर खींच रहा है। प्रधानमंत्री की बांग्‍लादेश की यात्रा इस विमान से हो रही है। इस विमान की तुलना अमेरिकी राष्‍ट्रपति के व‍िमान एयरफोर्स वन से की जा रही है।अमेरिकी राष्‍ट्रपति के विमान की तरह एयर इंडिया का यह विमान अत्‍याधुनिक तकनीक से लैस है। यह बेहद सुरक्षित और आरामदायक है। यह विमान राष्‍ट्रपति, उप राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए अक्‍टूबर को अमेरिका से भारत आया था। इस विमान की अन्‍य खासियत आपको हैरान कर देगी।

जानें क्‍या है इस विमान की खूबियां

बी-777 का निर्माण अमेरिका की विमान निर्माण कंपनी बोइंग द्वारा किया गया है। भारत की विशेष मांग पर बोइंग द्वारा इसका निर्माण कराया गया है। करार के मुताबिक पहले इस विमान को जुलाई, 2020 में ही एयर इंडिया को सौंपा जाना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे सुपुर्द करने में देरी हुई। ये दोनों विमान वर्ष 2018 में एयर इंडिया के वाणिज्यिक बेड़े का हिस्‍सा थे। इसी विमान को वीवीआइपी यात्रा के लिए विशेष रूप से पुर्निमित करने के लिए अमेरिका के डलास को भेज दिया गया।

अमेरिकी राष्‍ट्रपति का विमान एयरफोर्स वन की तरह यह विमान भी पूरी तरह सुरक्षित और अभेद्य है। इसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यह दुश्‍मन के किसी भी हमले को झेलने और जवाबी कार्रवाई करने में पूरी तरह से सक्षम है। उड़ान के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए इस विमान में सभी तरह के संसाधन मौजूद हैं।

बी-777 विमान अत्‍याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली से लैस है। इस विमान पर मिसाइल हमलों को कोई असर नहीं होगा। विमान में सुरक्षा के ऐसे उपकरण लगे हैं, जो बड़े से बड़े हमलों को निष्‍प्रभावी और नाकाम करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। किसी भी मिसाइल हमले की सूचना देने के लिए विमान में सेंसर लगाए गए हैं।

इस विमान में लार्ज एयरक्राफ्ट काउंटरमीजर्स यानी (LAIRCM) और सेल्‍फ प्रोटेक्‍शन सूट्स यानी (SPS) भी लगा है। अमेरिका ने भारत को इस रक्षा प्रणालियों को 19 करोड़ डॉलर की कीमत पर बेचने को हरी झंडी दी थी। मौजूदा समय में राष्‍ट्रपति, उपराष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री इस विमान से यात्रा करते हैं। इस विमान पर एयर इंडिया वन का चिह्न अंकित है।

यह विमान 900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। दुश्मन के रडार सिस्‍टम को जाम करने के लिए इसके एक हिस्‍से में जैमर लगा हुआ है। इस विमान में बड़ा ऑफिस और कॉन्फ्रेंस रूम के साथ-साथ लैब की सुविधा भी है। इस विमान को खासतौर पर लंबी दूरी की यात्रा को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।

विमान में ट्विन GE90-115 इंजन लगा है। इसके साथ ही विमान में ईंधन खपत पुराने विमानों के मुकाबले अधिक बेहतर है। इसमें हवा में ईंधन भरने की सुविधा है। उसे ईंधन के लिए कहीं भी लैंडिंग करने की जरूरत नहीं है। यानी यह विमान एक बार के ईंधन में भारत से अमेरिका तक की यात्रा आसानी से कर सकता है। वीवीआइपी यात्रा के दौरान इसे संभालने की जिम्‍मेदारी वायुसेना की संचार स्क्वाड्रन की होती है। इसके पास इस समय दो नए बोइंग-777 विमान हैं।

Related Articles

Back to top button
Event Services