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एमएसएमई विकास आधारित राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन 

एमएसएमई-विकास कार्यालय, कानपुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री (क्प्ब्ब्प्), उ0प्र0 के सहयोग से एमएसएमई विकास आधारित राष्ट्रीय कार्यशाला का आज दिनांक 28 नवम्बर, 2024 को स्थान होटल रेनासेंस, गोमती नगर, लखनऊ में मुख्य अतिथि श्री असीम अरूण, माननीय राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, उ०प्र० एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में डिक्की एसोसिएशन से जुड़े बनारस के उद्यमियों ने अपने स्टाल लगाकर उत्पादों का प्रदर्शन भी किया।


श्री विष्णु कुमार वर्मा, संयुक्त निदेशक, एम.एस.एम.ई. विकास कार्यालय, कानपुर ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि श्री असीम अरूण, माननीय राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, उ०प्र०, अन्य समस्त गणमान्य व्यक्तियों का कार्यक्रम में पधारने के लिए हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन किया तथा संस्थान की कार्य-विधि का विवरण एवं इस कार्यक्रम के उद्देश्य की जानकारी प्रदान की जिसमें उन्होंने यह अवगत कराया कि इस कार्यक्रम से एम.एस.एम.ई. इकाइयों तथा सरकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के पारस्परिक सहयोग से एक दूसरे की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है। वृहद उद्योग स्थानीय स्तर पर सूक्ष्म एवं लघु उद्योग इकाइयों से प्रतियोगी दर पर उनके उत्पादों को क्रय कर सकेंगे। श्री वर्मा ने भारत सरकार द्वारा लागू पब्लिक प्रोक्योरमेन्ट पॉलिसी के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि आने वाले समय में सरकारी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों अपनी कुल खरीद का 25 प्रतिशत सूक्ष्म एवं लघु उद्योग इकाइयों (4 प्रतिशत अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग एवं 3 प्रतिशत महिला उद्यमियों द्वारा स्थापित इकाइयों) से खरीदना आवश्यक है।


श्री कुँवर शशांक, अध्यक्ष, दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इण्डस्ट्री (क्प्ब्ब्प्), उ0प्र0 ने अपने सम्बोधन में अपने संगठन द्वारा एमएसएमई क्षेत्र के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में उद्यमियों को अवगत कराया और उनका आह्वान कि एमएसएमई के विकास के लिए एमएसएमई मंत्रालय द्वारा संचालित योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यक्रम, प्रबन्धक विकास कार्यक्रम, पीएम विश्वकर्मा कार्यक्रम एवं एमएसएमई आधारित जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेकर अधिक से अधिक लाभ लिया जा सकता है। उन्होंने कार्यक्रम आयोजन के लिए एमएसएमई विकास कार्यालय, कानपुर के संयुक्त निदेशक के प्रयासों की सराहना की और उनके प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
मुख्य अतिथि श्री असीम अरूण, माननीय राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, उ०प्र० ने पब्लिक प्रोक्योरमेण्ट पॉलिसी का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने के लिए महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति के उद्यमियों का आह्वान किया। उन्होंने पारम्परिक उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि निर्यात में एमएसएमई का 49 प्रतिशत योगदान है। गांवों में बिजली पहुंचाने का काम उ0प्र0 सरकार द्वारा किया जा रहा है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार द्वारा सोलर ऊर्जा, सोलर पम्प को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना- पीएम विश्वकर्मा के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि यह योजना तकनीकी कार्य करने वाले लोगों के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करना होगा तभी हमारे प्रदेश के युवा तकनीकी रूप से दक्ष होंगे और हमारा एमएसएमई सेक्टर मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार चल रही है जिससे केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं के सामन्जस्य में कोई कमी नहीं है दोनों सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों को एक ऐसा मंच उपलब्ध करा रहा है जिसमें उन्हें तकनीक, क्वालिटी, बाजार, वित्त आदि में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करायेगा। इस तरह के कार्यक्रम निश्चित रूप से उनके विकास के लिए आवश्यक हैं और समय पर पूरे प्रदेश में आयोजित किये जाने चाहिए।

सुश्री कंचन सुबोध, संयुक्त निदेशक उद्योग, लखनऊ ने अपने सम्बोधन में उ0प्र0 सरकार द्वारा एमएसएमई के विकास के लिए चलाये कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी दी।
श्री मनोज कुमार चौरसिया, उपायुक्त उद्योग ने अपने सम्बोधन में एमएसएमई के लिए उ०प्र० सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और सहूलियतों के बारे में जानकारी दी और कहा कि इस तरह के आयोजनों से उ०प्र० में निवेश का दायरा बढ़ गया है। जनसंख्या घनत्व के कारण घटती हुई भूमि को देखते हुए सरकार द्वारा दादानगर, कानपुर और आगरा में फ्लैटेड फैक्ट्री के निर्माण किये जाने, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेन्ट की परियोजनाएँ, ब्म्ज्च्, र्म्क्, कैपिटल सब्सिडी के बारे में जानकारी दी।
श्री एस०के० समुन, महाप्रबन्धक, इण्डियन ऑयल कार्पोरेशन लि०, नई दिल्ली ने अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
श्री आनन्द गोपाल सिंह, प्रबन्धक, हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड, लखनऊ ने विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि भारत सरकार एमएसएमई को डेवलप करने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के विजन आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत तुमकुर, कर्नाटक में हेलीकाप्टर बनाने की एशिया की बड़ी कम्पनी बन रही है। यदि आप एच.ए.एल. के एक विभाग से जुड़े हुए हैं तो धीरे-धीरे अन्य विभागों से स्वतः ही जुड़ जायेंगे। हेलीकाप्टर में छोटे-छोटे पार्ट्स लगते हैं। आपका छोटा सहयोग देश के काम आयेगा। हम सब मिलकर कार्य करेंगे।
श्री नितेश धवन, राज्य निदेशक, खादी ग्रामोद्योग आयोग, लखनऊ ने पीएमईजीपी तथा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
श्री सुधीर विश्नोई, वरि. निदेशक, भारतीय मानक ब्यूरो, लखनऊ ने उद्यमियों को उत्पाद में क्वालिटी का महत्व समझाते हुए उत्पाद की क्वालिटी की जाँच और उससे बाजार पर पड़ने वाले प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की।
श्री संदीप मिश्रा, प्रबन्धक, भारतीय रिजर्व बैंक, गोमती नगर, कानपुर ने ऋण योजनाओं आदि के बारे में उद्यमियों को जानकारी प्रदान की।
श्री आलोक श्रीवास्तव, फियो, कानपुर के सहायक निदेशक ने आयात एवं निर्यात की सम्भावनाओं पर प्रकाश डालते हुए उद्यमियों को निर्यात करते समय ली जाने वाली सावधानियों के विषय में जागरूक किया और निर्यात के विभिन्न पहलुओं पर उद्यमियों को जागरूक किया।
श्री अमन सिंह, जेम (ळमड) विशेषज्ञ ने जेम पंजीकरण एवं जेम द्वारा खरीद प्रक्रिया आदि के बारे में उद्यमियों को जानकारी प्रदान की।
श्री नवदीप श्रीधर, ट्रेडमार्क एटार्नी ने बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के विषय में जानकारी देते हुए ट्रेडमार्क, पेटेण्ट, डिजाइन, कॉपीराइट, जीआई आदि के महत्व को बताते हुए वर्तमान समय में उद्यमों में इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।


श्री मनीष पाठक, जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक, लखनऊ ने ऋण संबंधी प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी जिसके तहत उद्यमियों को उद्यम की स्थापना हेतु बैंक से ऋण लेने में सुविधा हो। उन्होंने ऋण संबंधी मुद्रा लोन, स्टैण्ड अप इण्डिया और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (च्डम्ळच्) के बारे में भी उद्यमियों को जानकारी दी।
श्री गुंजन कुमार सनोज, सहायक महाप्रबन्धक, सिडबी, लखनऊ ने सीजीटीएमएसई, स्टैण्ड-अप, स्टार्ट-अप एवं उद्यम स्थापन हेतु प्रचचित योजनाओं पर चर्चा करते हुए उद्यमियों को इसका लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित कियज्ञं
श्री आशीष श्रीवास्तव, शाखा प्रभारी, एनएसआईसी एससी-एसटी हब, लखनऊ ने अनुसूचित जाति/जनजाति को उद्यमिता के क्षेत्र में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी देते हुए आह्वान किया कि योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करें।
कार्यक्रम अन्त में कार्यालय के श्री एस०के० पाण्डेय, सहायक निदेशक ग्रेड-1 ने सभी गणमान्य अतिथियों, आगन्तुकों, प्रतिभागियों एवं मीडिया बन्धुओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में श्री एस0के0 पाण्डेय, सहायक निदेशक ग्रेड-1, श्री एस. के. गुप्ता, वरि. सां० अधिकारी, श्री अनिल कुमार शर्मा, अनुदेशक, श्री विवेक कुमार गुप्ता, आशुलिपिक एवं अन्य सरकारी विभागों के अधिकारीगण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 150 से अधिक उद्यमी एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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