शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ कल से, जानें कैंसे करें घटस्थापना, सामग्री एवं व्रत तिथि
शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ कल से, जानें कैंसे करें घटस्थापना, सामग्री एवं व्रत तिथि
शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ कल यानी 17 अक्टूबर दिन शनिवार से हो रहा है। पहले दिन शुभ मुहूर्त में घट स्थापना की जाएगी। इसके लिए सामग्री, घटस्थापना की सही विधि और व्रत की तिथियों के बारे में जानना जरुरी है। नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। कलश स्थापना को घट स्थापना भी कहा जाता है। नवरात्रि की शुरुआत घट स्थापना के साथ ही होती है। घट स्थापना शक्ति की देवी का आह्वान है। मान्यता है कि गलत समय में घट स्थापना करने से देवी मां क्रोधित हो सकती हैं। रात के समय और अमावस्या के दिन घट स्थापित करने की मनाही है।
ज्योतिषाचार्य अनीस व्यास के अनुसार, घट स्थापना का सबसे शुभ समय प्रतिपदा का एक तिहाई भाग बीत जाने के बाद होता है। अगर किसी कारण वश आप उस समय कलश स्थापित न कर पाएं, तो अभिजीत मुहूर्त में भी स्थापित कर सकते हैं। प्रत्येक दिन का आठवां मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त कहलाता है। सामान्यत: यह 40 मिनट का होता है। हालांकि इस बार घट स्थापना के लिए अभिजीत मुहूर्त उपलब्ध नहीं है।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि का पर्व आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होगा, जो 17 अक्टूबर को पड़ रही है। इस दिन सूर्य कन्या राशि में, चंद्रमा तुला राशि में विराजमान रहेंगे। नवरात्रि के प्रथम दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त प्रात: 06 बजकर 23 मिनट से प्रात: 10 बजकर 12 मिनट तक है।
कलश स्थापना की सामग्री
मां दुर्गा को लाल रंग खास पसंद है, इसलिए लाल रंग का ही आसन खरीदें। इसके अलावा कलश स्थापना के लिए मिट्टी का पात्र, जौ, मिट्टी, जल से भरा हुआ कलश, मौली, इलायची, लौंग, कपूर, रोली, साबुत सुपारी, साबुत चावल, सिक्के, अशोक या आम के पांच पत्ते, नारियल, चुनरी, सिंदूर, फल–फूल, फूलों की माला और श्रृंगार पिटारी भी चाहिए।
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