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बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान का शुभारम्भ

लखनऊ 27 नवम्बर। भारत सरकार के ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान को संवाद सामाजिक संस्थान ने दिया समर्थन। भारत सरकार की ओर से नई दिल्ली में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की शुरुआत के बाद जिला प्रशासन लखनऊ एवं संवाद सामाजिक संस्थान के सहयोग से लखनऊ जनपद के माल ब्लाक की ग्राम पंचायत मसीढ़ा रतन में किया गया। कार्यक्रम में आये हुए अतिथियों ने बाल विवाह मुक्त भारत बनाने का संकल्प दिलाया।


शुभारम्भ कार्यक्रम में आये लोगों को लाइव दिखाते हुए कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई व बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम से अवगत कराते हुए बाल विवाह से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में चर्चा हुई। इस मौके पर कार्यक्रम में बोलते हुए अथितियों ने बच्चों, महिलाओं और पंचायत प्रतिनिधियों व अन्य को बाल विवाह को खत्म करने के लिए सभी कोअपने अपने स्तर पर व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए प्रयास करना होगा।
ज्ञातव्य हो कि बाल विवाह के खात्मे के लिए भारत सरकार के बाल विवाह मुक्त भारत’ के उद्घाटन 27 नवम्बर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने किया। इस दौरान उन्होंने पंचायतों और स्कूलों को बाल विवाह के खिलाफ शपथ दिलाई। उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही शपथ लेने वालों की संख्या 25 करोड़ तक पहुंच जाएगी। इस मौके पर बाल विवाहों की सूचना व शिकायत के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल भी शुरू किया गया।


इस राष्ट्रव्यापी अभियान और जमीन पर इसके असर की चर्चा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में बाल विवाह के खात्मे के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया यह अभियान इस बात का सबूत है कि सरकार इस सामाजिक बुराई की गंभीरता से अवगत है। आज भी देश में 23 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों का बाल विवाह होता है जो न सिर्फ जीवन साथी चुनने के उनके अधिकार का हनन है बल्कि इससे लड़कियों की शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ रोजगार और आर्थिक निर्भरता की उनकी संभावनाओं पर भी बेहद बुरा असर होता है। सरकार की योजना इस अभियान में सभी हितधारकों को साथ लेकर चलने की है।
वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि बाल विवाह के खिलाफ काम करने के नाते हम भली भांति जानते हैं कि समग्र और समन्वित प्रयासों के बिना यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती। लेकिन अब हमें विश्वास है कि सरकार/स्वयंसेवी संस्थाओं/पंचायत प्रतिनिधियों/सामाजिक कार्यकर्ताओं के साझा प्रयासों से भारत 2030 से पहले ही बाल विवाह के खात्मे के लक्ष्य को हासिल कर सकता है। ”ज्ञातव्य हो कि 400 से भी ज्यादा जिलों में काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैर सरकारी संगठनों के गठबंधन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जे0आर0सी0) का संवाद सामाजिक संस्थान सहयोगी सदस्य है।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्राथमिक विद्यालय रामपुर व मसीढ़ा रतन के अध्यापकगण श्री ओमप्रकाश यादव, श्रीमती ताहिरा रजा, श्रीमती शिवानी, श्रीमती निगत, श्री अजय पाल व प्रधान श्रीमती पूनम जी के साथ संवाद सामाजिक संस्थान की ओर से आलोक मिश्रा, वैशाली सिंह, शोभिका, बृजबाला, आराध्या, किरन व क्षेत्र की आंगनबाड़ी व आशा बहूएं मौजूद रहीं।

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