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किसान आंदोलन : इस राज्य के तीन जिलों में बंद की गईं टेलीकॉम सेवायें

लाल किला पर भी किसान आंदोलनकारियों ने दिल्ली पुलिस के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। फिर जबरन लाल किला के अंदर घुस गये और प्रवेश द्वार पर लगे स्कैनर और मेटल डिटेक्टर आदि को तोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने सामने आने वाली सभी वस्तुओं को नष्ट कर दिया। यहीं नहीं किसानों से बचने के लिए पुलिसकर्मी किले की दीवार से सटी बीस फीट गहरी खाई में कूद गए। इसकी वजह से कई पुलिसकर्मियों के हाथ पैर टूटे हैं। जिसपर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

गणतन्त्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के बीच पूर्व निर्धारित शर्तों पर सहमति बन गयी थी। जिसका प्रदर्शनकारी किसानों ने पालन नहीं किया। साथ ही हिंसा तथा तोड़फोड़ की जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

डीसीपी ईश सिंघल ने बताया कि पुलिस ने रैली की शर्तों के अनुपालन के लिए सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने निर्धारित समय से काफी पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने वायदे के अनुरूप सभी शर्तों का पालन किया और सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शन में सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है। लाठी-डंडा, तिरंगा और अपनी यूनियनों के झंडे लिए हजारों किसानों ने ट्रैक्टरों से बैरिकेड को तोड़ दिया। पुलिस से भिड़ गए जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए। आईटीओ पर लाठी-डंडा लिए सैकड़ों किसान पुलिस का पीछा करते देखे गए और उन्होंने वहां खड़ी बसों को अपने ट्रैक्टरों से टक्कर मारी। जिसमें एक प्रदर्शनकारी की तब मौत हो गई जब उसका ट्रैक्टर पलट गया।

दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज जारी करते हुए कहा कि तेज रफ्तार ट्रैक्टर बैरिकेड से टकरा गया। फिर ट्रैक्टर पलट गया जिसकी वजह से चालक की मौत हो गई। आईपी इस्टेट पुलिस ने किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

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