बिजली की अघोषित कटौती से इलेक्ट्रॉनिक और दवा कारोबार पर असर, 15 दिन में 10 Cr. का व्यापार प्रभावित
व्यवसायी भुवनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि बिजली न होने से कोई भी इलेक्ट्रॉनिक का सामान नहीं बिक रहा है क्योंकि बिना टेस्टिंग के कोई भी दुकानदार इसे नहीं खरीदता है। इसके अलावा मरम्मत का कार्य भी नहीं हो पा रहा है।
बिजली की अघोषित कटौती ने लोगों को ही परेशान नहीं किया है, बल्कि व्यापार को भी पटरी से उतार दिया है। मंडल की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक व दवा की मार्केट में इसका व्यापक प्रभाव पड़ा है। 15 दिन में 10 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। व्यवसायियों की समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें। शिकायत करने पर भी कुछ नहीं हो रहा है।
निरंजन डाट पुल के नीचे से आवागमन बंद होने से पहले से परेशान चौक, लीडर रोड के व्यापारियों पर बिजली की अघोषित कटौती ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है। पुल के पास 33 व 11 केवी की लाइन शिफ्टिंग को लेकर चार से पांच घंटे जो बिजली कटौती हो रही है, उसके अलावा भी अघोषित कटौती जारी है। सुबह से लेकर रात तक हर घंटे बिजली की 10-15 मिनट के लिए हो रही ट्रिपिंग ने कारोबारियों को रुलाकर रख दिया है।
मंडल की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक मार्केट जहां पैदल चलने की जगह नहीं होती थी, वह सन्नाटा पसरा है। यही हाल लीडर रोड स्थित थोक दवा विक्रेताओं का भी है। इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में प्रतिदिन डेढ़ और दवा मार्केट में दो करोड़ से अधिक का व्यवसाय होता है, लेकिन इधर 15 दिन से बिजली की अघोषित कटौती से 10 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हो गया है।
जीवन रक्षक दवाओं के खराब होने की आशंका
सैकड़ों ऐसी जीवन रक्षक दवाएं होती हैं, जिनको फ्रीजर में रखना जरूरी होता है। इसके लिए निर्धारित तापमान होना चाहिए, ताकि यह खराब न हो सकें। किंतु, बिजली की अघोषित कटौती से इन दवाओं के खराब होने की आशंका बढ़ गई है। शिवम जायसवाल, प्रेम अग्रवाल, राजीव, अचल अग्रवाल का कहना है कि बिजली व्यवस्था लड़खड़ाने से फ्रीजर में रखी जाने वाली जीवन रक्षक दवाएं खराब हो सकती हैं। बिलिंग नहीं हो पा रही है, जिस कारण मेडिकल स्टोर संचालकों को समय पर दवाएं नहीं दे पा रहे हैं।
क्या बोले व्यवसायी?
बिजली न होने से कोई भी इलेक्ट्रॉनिक का सामान नहीं बिक रहा है, क्योंकि बिना टेस्टिंग के कोई भी दुकानदार इसे नहीं खरीदता है। इसके अलावा मरम्मत का कार्य भी नहीं हो पा रहा है।- भुवनेश कुमार गुप्ता
इलेक्ट्रानिक बाजार में इससे पहले कभी इतना सन्नाटा नहीं था। पहली बार बिजली व्यवस्था भी इतनी खराब हुई है। कारोबार पूरी तरह से पटरी से उतर गया है। काफी घाटा हो रहा है।- सुभाष सोनी।
पहले निरंजन पुल के नीचे आवागमन बंद होने से कारोबार चौपट था और अब बिजली की अघोषित कटौती से। प्रतिदिन इलेक्ट्रॉनिक मार्केट में लाखों का कारोबार प्रभावित हो रहा है।- अंकुश शिडाना।
जीवन रक्षक दवाओं को एक निश्चित तापमान में फ्रीजर में रखना जरूरी होता है, लेकिन बिजली कटौती से यह खराब होने के कगार पर पहुंच गई है। दवा कारोबार काफी प्रभावित हुआ है।- अनिल दुबे।
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