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कोरोना का असर: अप्रैल-दिसंबर के दौरान 71 लाख लोगों का बंद हुआ पीएफ अकाउंट

कोरोनावायरस के चलते अप्रैल से दिसंबर 2020 के बीच करीब 6.5 फीसदी पीएफ खाते बंद हो गए। सरकार की ओर से यह डाटा मुहैया कराया गया। सरकारी आंकडों के मुताबिक पीएफ खाता बंद होने वालों की कुल संख्या 71 लाख के पार पहुंच गई है। सरकार ने 25 मार्च, 2020 को COVID-19 महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन लागू किया था। श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, ‘अप्रैल से दिसंबर, 2020 के दौरान कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) बंद खातों की संख्या 71,01,929 है।’ उन्होंने कहा कि अप्रैल-दिसंबर 2019 में बंद ईपीएफ खाता की संख्या 66,66,563 थी।

EPF खाता बंद होने के पीछे सुपरनेशन, जॉब लॉस या बदली गई नौकरियां जैसे कई कारण हैं।

मंत्री ने यह भी कहा कि अप्रैल-दिसंबर 2020 में आंशिक निकासी वाले ईपीएफ खातों की संख्या भी बढ़कर 1,27,72,120 हो गई, जो 2019 की इसी अवधि में 54,42,884 थी।

28 फरवरी, 2021 तक आत्मनिर्भर भारत रोज़गार योजना (ABRY) के तहत 186.34 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।

COVID-19 महामारी के दौरान सामाजिक सुरक्षा लाभ के साथ-साथ नए रोजगार सृजन के लिए नियोक्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए ABRY योजना शुरू की गई है।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही यह योजना विभिन्न क्षेत्रों/उद्योगों के नियोक्ताओं के वित्तीय बोझ को कम करने के लिए है और उन्हें और अधिक श्रमिकों को नियुक्त करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

ABRY के तहत, भारत सरकार द्वारा दो साल की अवधि के लिए दोनों कर्मचारियों के हिस्से (मजदूरी का 12%) और नियोक्ताओं के हिस्से (मजदूरी का 12%) का अंशदान देय है। 28 फरवरी, 2021 तक ABRY के तहत 186.34 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।

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