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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आंकड़ों और तथ्यों के साथ बीजेपी सरकार को आईना दिखाया। हुड्डा ने कांग्रेस और बीजेपी के कार्यों की तुलना करते हुए बीजेपी सरकार में हुए भर्ती घोटालों की भी पोल खोली।
चुनावी नतीजों पर टिप्पणी करते हुए हुड्डा ने कहा कि इसबार कांग्रेस और बीजेपी दोनों का वोट प्रतिशत लगभग बराबर रहा। लेकिन ये बीजेपी की किस्मत है कि वो सरकार बनाने में सफल रही। क्योंकि इसबार चुनाव में लोकतंत्र की नही बल्कि तंत्र की जीत हुई है।
अपने संबोधन में हुड्डा ने बताया कि बीजेपी सरकार के दौरान जमकर पेपर लीक और भर्ती घोटाले हुए। खुद भर्ती कमीशन में बैठे लोग नौकरियों को बेचते हैं। HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी को नवंबर 2021 को 90 लाख रुपये के साथ पकड़ा गया था। इसके बाद करीब उनके पास से पौने 3 करोड़ रुपये बराबद हुए। साल 2018 में HSSC ऑफिस में रिजल्ट के साथ छेड़छाड़ के आरोप में 5 लोगों को पकड़ा गया था। इसके अलावा तमाम अखबारों में इस सरकार की हरेक भर्ती की रेट लिस्ट छपी है। एचसीएस से लेकर ग्रुप-डी तक बीजेपी सरकार में हरेक भर्ती बेची गई।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान जेबीटी करने वाले हरेक युवा को नौकरी दी गई। जबकि बीजेपी के पूरे कार्यकाल में एक भी जेबीटी भर्ती नही हुई। आज शिक्षा विभाग में लगभग 50 हजार पद खाली पड़े हैं। बीजेपी कार्यकाल में खाली पदों के मुताबिक भर्तियां नही हुई। इसीलिए आज 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने कौशल रोजगार निगम को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर परचून की दुकान की तरह नौकरियों को बेचा है। यहां बिना मेरिट और रिजर्वेशन के भर्तियां हुई हैं। कौशल निगम के बहाने भाजपा एससी और ओबीसी का आरक्षण खा गई। उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास बताने लायक कोई उपलब्धि नहीं है इसलिए हमारे ऊपर वो परिवारवाद के आरोप लगाती है। जबकि मेरे दादा और पिता जी स्वतंत्रता सेनानी रहे। मुझे गर्व है कि मेरे पिता स्व. रणबीर सिंह के संविधान पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के साथ हस्ताक्षर हैं। हम लंबे समय से संघर्ष कर आज यहां तक पहुंचे हैं।
हुड्डा ने कहा कि भाजपा कांग्रेस पर किसानों की जमीन सस्ते रेट में अधिग्रहण का आरोप लगाती है। जबकि कांग्रेस सरकार के समय में हरियाणा और पूरे देश में भूमि अधिग्रहण की किसान हितैषी पॉलिसी लागू की गई थी। हमने पूरे प्रदेश के जमीन के फ्लोर रेट लागू किए थे। इससे पहले इनेलो और भाजपा ने मिलकर किसानों को जमीन अधिग्रहण के नाम पर खूब लूटा था। कांग्रेस ने नियम लागू करवाया था कि जमीन अधिग्रहण पर 33 साल रॉयलिटी दी जाएगी, लेकिन भाजपा ने किसानों को वह भी नहीं दी।
हुड्डा ने केएमपी जमीन अधिग्रहण का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा वाले किसानों को 140 करोड़ रुपए दे रहे थे, जबकि हमने उसी जमीन के 640 करोड़ रुपए मुआवजा दिया। उन्होंने कहा कि मेरठ से राजस्थान जाने वाले नेशनल हाईवे को भी भाजपा ने कैंसिल करवा दिया और दादूपुर नलवी परियोजना को बंद कर दिया। क्योंकि बीजेपी किसानों को अधिग्रहण की उचित राशि नहीं देना चाहती थी।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाने की बजाए हमेशा बीजेपी कांग्रेस कार्यकाल की बात करती है। लेकिन बीजेपी को बताना चाहिए कि कांग्रेस के साल 2005 से 2014 के बीच कार्यकाल में हरियाणा चौतरफा और हरेक क्षेत्र का विकास हुआ। कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा में एक नया स्वास्थ्य विश्वविद्यालय व 6 नए मेडिकल कॉलेज (करनाल, मेवात, फरीदाबाद, खानपुर, भिवानी, महेंद्रगढ़) में बनाए गए। इसके अलावा झज्जर के बाढ़सा में एम्स-2 व नेशनील कैंसर इंस्टिट्यूट बाढ़सा बनवाया।
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा ने कांग्रेस कार्यकाल में सराहनीय प्रगति की थी। शिक्षा के क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान महेंद्रगढ़ में केंद्रीय विश्वविद्यालय के अलावा 12 नए सरकारी विश्वविद्यालय बनवाए थे और 154 नए पॉलटेक्निक कॉलेज के साथ 56 नए आईटीआई और 4 नए सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज बनवाए गए थे। वहीं, सोनीपत जिले में राजीव गांधी एजुकेशन सिटी की स्थापना की गई थी।
कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य बना जहां IIIT, IIM, IIHM, AIIMS (बाढ़सा), IIt Ext.(सोनीपत, बाढ़सा ), NID (कुरुक्षेत्र), NIFT(पंचकुला), FDDI(रोहतक), NIFTEM(सोनीपत), IICA(गुरुग्राम), NCI(बाढ़सा), टूल रुम (अंबाला, रोहतक) GCNEP(बहादुरगढ़), CIPET(मुरथल) जैसे सभी राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान खुले थे।
साल 2005 से 2014 तक प्रदेश में 6 नई आईएमटी (HSDIC औद्योगिक क्षेत्र) स्थापित हुई। जहां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियां व निवेश आए। इसके कारण हरियाणा देश में प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, रोजगार में नंबर एक था। कांग्रेस सरकार ने 5 पावर प्लांट, 1 मंजूरशूदा परमाणू संयंत्र स्थापित करने काम किया। प्रदेश की जनता के आवागमन को सुगम बनाने के लिए रेल/ मेट्रो सेवा का विस्तार किया। देश के राजधानी के निकटवर्ती शहरों में कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रदेश में 81 किलीमीटर लाइन बनाकर 4 शहरों को मेट्रो से जोड़ा गया था।
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