EducationJyotishUttar Pradesh

डी एल टी लैब्स ने ब्लाॅकचेन के लिए एकेटीयू (यूपी टेक्निकल युनिवर्सिटी) में ‘सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस’ स्थापित करने की घोषणा की, 600 इंजीनियरों की नियुक्ति करेगी

डीएलटी लैब्स के संस्थापक और सीटीओ नीरज श्रीवास्तव को एकेटीयू दीक्षांत समारोह में विशिष्ट भूतपूर्व छात्र के तौर पर सम्मानित किया गया

लखनऊ,17 जनवरी, 2021: एंटरप्राइस ब्लाॅकचेन साॅल्यूशंस में विश्वस्तरीय डीएलटी लैब्स ने डाॅक्टर एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश (पूर्व में उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय) में सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस स्थापित करने की आज घोषणा की। इस केंद्र की मदद से एकेटीयू के विद्यार्थियों को ब्लाॅकचेन प्रौद्योगिकी के ज्ञान से लाभान्वित करने में मदद मिलेगी।

इसके लिए जल्द ही सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया जाएगा। इस सहमति पत्र के मुताबिक, विश्वविद्यालय आधारभूत ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध कराएगा और डीएलटी लैब्स ब्लाॅकचेन की विशेषज्ञता एवं क्लाउड ढांचा सुलभ कराएगा। डीएलटी लैब्स एकेटीयू सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस को सफल बनाने के लिए एक करोड़ रूपये तक की राशि खर्च करने को प्रतिबद्ध है। एकेटीयू के 18वें दीक्षांत समारोह में इस पहल की घोषणा की गई जहां इस विश्वविद्यालय ने डीएलटी लैब्स के संस्थापक और सीटीओ नीरज श्रीवास्तव को ष्विशिष्ट भूतपूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया।

श्री श्रीवास्तव की मां नीलम श्रीवास्तव ने उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से यह पुरस्कार प्राप्त किया। कनाडा से लाइव वेबकास्ट के जरिये श्री श्रीवास्तव ने यह घोषणा भी की कि उनकी कंपनी एकेटीयू के विभिन्न काॅलेजों से इस वर्ष 600 से अधिक इंजीनियरों की नियुक्ति करेगी और अगले तीन वर्षों में 7,000 से अधिक इंजीनियरों की नियुक्ति करेगी। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में जन्मे नीरज श्रीवास्तव ने एकेजी इंजीनियरिंग काॅलेज,गाजियाबाद से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और गोरखपुर के अपने मित्र अजयसिंह और लखनऊ के मित्र उमेश सिंह कुशवाहा के साथ मिलकर 2017 में डीएलटी लैब्सकी स्थापना की।

बहुत कम समय में नीरज के नेतृत्व में डीएलटी लैब्स आज एंटरप्राइस साॅल्यूशंस और प्रौद्योगिकी विकसित कर उसकी डिलीवरी के मामले में विश्व में अग्रणी बन गई है और भारत, कनाडा, जापान, सिंगापुर एवं अमेरिका में 400 से अधिक लोग यहां कार्यरत हैं। इस अवसर पर डीएलटी लैब्स के संस्थापक औरसीटीओ श्री नीरज श्रीवास्तव ने कहा, मैं इस पुरस्कार को प्राप्त कर वास्तव में गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं और इसके लिए मैं मेरे प्रोफेसरों और मार्गदर्शकों का आभारी हूं। डीएलटी लैब्स भारत की उन पहली कंपनियों में से एक है जिसने ब्लाॅकचेन टेक्नोलाॅजी पर नवप्रवर्तन कर समाधान विकसित किया है। आगे बढ़ते हुए हम एकेटीयू के साथ गठबंधन करने और काम करने को प्रतिबद्ध हैं।

हम ब्लाॅकचेन टेक्नोलाॅजी का उपयोग कर स्मार्ट शहरों के निर्माण में उत्तरप्रदेश सरकार के साथ आगे काम करने की उम्मीद करते हैं। हमें आगामी वर्षों में वृद्धि की गति तेज होने की उम्मीद है और इस राज्य में हम अपनी उपस्थिति का विस्तार करेंगे और अगले तीन वर्षों में 7000 से अधिक लोगों को नौकरी देने की संभावना तलाश रहे हैं।

श्डीएलटीलैब्स के साझीदार और निदेशक अजय सिंह ने कहा, “हमारी कंपनी का जन्मउत्तर प्रदेश में हुआ है, लेकिन इसने सप्लाई चेन के ऐसे उत्पादों का निर्माण कर दुनिया में धूम मचा दी जो आॅरेकल, सैप और सेल्सफोर्स जैसी कंपनियों के उत्पादों के साथ सफलतापूर्वक स्पर्धा कर रहे हैं। पिछले वर्ष के दौरान जब ज्यादातर कंपनियां खुद को कारोबार में बनाए रखने को संघर्ष कर रही थीं, डीएलटी लैब्स निरंतर बढ़ती रही और 100 से अधिक रोजगार का सृजन कर उत्तर प्रदेश की स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान किया”।

डीएलटी लैब्स के साझीदार और निदेशक उमेश सिंह ने कहा, डीएलटी लैब्स उत्तरप्रदेश के लोगों के प्रयासों की एक सफल कहानी है जिन्होंने ऐसे उत्पाद तैयार किए जो भारत में बने हैं, लेकिन पूरी दुनिया में इस्तेमाल होते हैं।

Related Articles

Back to top button
Event Services