सरकारी बैंकों के निजीकरण के फैसले के विरोध में बैंक कर्मियों का प्रदर्शन
सरकारी बैंकों के निजीकरण के फैसले के खिलाफ शुक्रवार को यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन की ओर से सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया गया। बैंककर्मियों ने कहा कि शीतकालीन सत्र में बैंकिंग अधिनियमों में परिवर्तन कर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण करने की सरकार की मंशा को हम बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। एस्लेहाल स्थित सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के सामने बैंक कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि बैंकों का निजीकरण होने से बैंककर्मियों के साथ ही लोगों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
पीआरडी कर्मचारियों को विधानसभा कूच करने से रोका
प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवानों ने 365 दिन ड्यूटी की मांग को लेकर गांधी पार्क के बाहर प्रदर्शन किया। पीआरडी कर्मचारियों की गांधी पार्क से विधानसभा कूच की योजना थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने की इजाजत नहीं दी। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश प्रसाद ने कहा कि पीआरडी जवान गांधी पार्क के सामने ही धरना प्रदर्शन करेंगे। जवानों का कहना है कि उन्हें साल के 365 दिन का रोजगार दिया जाए। बाहरी व्यक्तियों को बिना प्रशिक्षण के ही ड्यूटी दी जा रही है, जबकि प्रशिक्षण प्राप्त पीआरडी जवान खाली बैठे हुए हैं।
कोविड ड्यूटी के दौरान कोविड संक्रमण का शिकार हुए पीआरडी जवानों के स्वजन को भी मुआवजा नहीं दिया गया। उन्होंने युवा कल्याण व प्रांतीय रक्षक दल विभाग को भी पृथक करने की मांग की। धरना स्थल पर प्रदेश सचिव हरीश सिंह, प्रदेश सलाहकार किशन सिंह रावत, कोषाध्यक्ष बारू सिंह तोमर, नैनीताल जिलाध्यक्ष इंदर लाल, जितेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
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