लखनऊ: नकली ई-लॉटरी पोर्टल से ठगी की साजिश, साइबर थाने में मुकदमा दर्ज

लखनऊ में साइबर ठगों द्वारा ठगी का एक नया मामला सामने आया है, जहां जालसाजों ने आबकारी विभाग के नाम पर एक फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगने की साजिश की। इस नकली वेबसाइट के जरिए ई-लॉटरी के नाम पर आवेदन मांगे गए, जिससे लोगों को झांसे में लेकर आर्थिक धोखाधड़ी करने की योजना थी। मामले का खुलासा होने के बाद आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इसकी शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
- नकली वेबसाइट बनाई गई:
- साइबर ठगों ने आबकारी विभाग का फर्जी पोर्टल तैयार किया, जो असली पोर्टल की तरह दिखता था।
- इस पोर्टल के जरिए ई-लॉटरी के नाम पर लोगों से आवेदन मांगे गए।
- आबकारी विभाग के नाम का दुरुपयोग:
- वेबसाइट पर आबकारी विभाग की आधिकारिक लॉटरी योजना जैसा नकली फॉर्म अपलोड किया गया।
- लोगों को विश्वास में लेने के लिए पोर्टल पर सरकारी प्रतीक और नकली दस्तावेज जोड़े गए।
- आवेदन के नाम पर ठगी का प्रयास:
- ठगों ने पोर्टल पर फर्जी आवेदन प्रक्रिया शुरू की और आवेदन शुल्क के रूप में धनराशि ट्रांसफर करने को कहा।
- लोगों को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की गई कि वे सरकारी लॉटरी योजना में भाग ले रहे हैं।
पुलिस और साइबर सेल की कार्रवाई
- जैसे ही आबकारी विभाग के अधिकारियों को इस फर्जीवाड़े की सूचना मिली, उन्होंने लखनऊ साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
- साइबर टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए फर्जी वेबसाइट को बंद कराया।
- इस मामले में संलिप्त ठगों की पहचान करने के लिए तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है।
निष्कर्ष
यह मामला ऑनलाइन धोखाधड़ी का एक गंभीर उदाहरण है, जहां सरकारी विभाग के नाम पर ठगी करने की कोशिश की गई। साइबर क्राइम सेल ने तत्परता से वेबसाइट बंद कर जांच शुरू कर दी है। आम जनता को ऐसे मामलों से सतर्क रहने और किसी भी अनधिकृत वेबसाइट पर निजी जानकारी या भुगतान करने से पहले पूरी जांच करने की सलाह दी गई है।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601