हर साल 4.8 लाख सड़क हादसे, 1.88 लाख मौतें; 2030 तक दुर्घटनाओं में 50% कमी का लक्ष्य: गडकरी

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में भारत में सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि देश में हर वर्ष लगभग 4,80,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें 1,88,000 लोगों की मृत्यु हो जाती है। इनमें से अधिकांश पीड़ित 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग के होते हैं, जो समाज के उत्पादक वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अतिरिक्त, 18 वर्ष से कम आयु के लगभग 10,000 बच्चे भी इन हादसों में अपनी जान गंवाते हैं।
गडकरी ने यह भी उल्लेख किया कि सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को लगभग 3% का वार्षिक नुकसान होता है। यह न केवल मानव जीवन की हानि है, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी यह देश के विकास में बाधा उत्पन्न करता है।
सरकार ने 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 50% तक की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए, सरकार विभिन्न उपायों पर कार्य कर रही है:
- सड़क डिजाइन और निर्माण में सुधार: गडकरी ने खराब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) और सड़क डिजाइन को दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक बताया है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण में नई तकनीकों और टिकाऊ निर्माण सामग्री का उपयोग किया जाएगा, और सख्त इंजीनियरिंग मानकों को लागू किया जाएगा।
- कैशलेस उपचार योजना: सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों के लिए सरकार ने 1.5 लाख रुपये तक के कैशलेस उपचार की योजना शुरू की है। इसके तहत, यदि दुर्घटना की सूचना 24 घंटे के भीतर पुलिस को दी जाती है, तो सरकार उपचार का पूरा खर्च वहन करेगी।
- सुरक्षा तकनीकों का अनिवार्य उपयोग: भारी वाहनों में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग सिस्टम और ड्राइवर ड्राउजीनेस सिस्टम जैसी तीन सुरक्षा तकनीकों को अनिवार्य किया गया है। ये तकनीकें ट्रक और बसों को ‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली जैसी सुरक्षा प्रदान करेंगी।
- सड़क सुरक्षा जागरूकता: सुरक्षित ड्राइविंग की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे, ताकि लोग यातायात नियमों का पालन करें और दुर्घटनाओं से बच सकें।
गडकरी ने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों और पहाड़ी क्षेत्रों में हाईवे विकास को प्राथमिकता दी है, जिससे इन क्षेत्रों में सड़क अवसंरचना में सुधार हो सके और दुर्घटनाओं की संख्या कम हो।
अन्य खबरों के लिए हमसे फेसबुक पर जुड़ें। आप हमें ट्विटर पर फ़ॉलो कर सकते हैं. हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब कर सकते हैं।
किसी भी प्रकार के कवरेज के लिए संपर्क AdeventMedia: 9336666601