CORPORATEHaryana

हिसार- पीजीएसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आज बाल दिवस

हिसार- पीजीएसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आज बाल दिवस स्कूल के कार्यकारी अध्यक्ष व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में भव्य रूप से मनाया गया। जिस कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों द्वारा भव्य संस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया और भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा द्वारा स्कूल के बच्चों को कापी, पैन व स्कूल बैग और स्कूल द्वारा को बच्चों को मिठाई वितरण किए।

इस अवसर पर स्कूल के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने उपस्थित अध्यापक, अध्यापिका व बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी को बच्चों से बहुत प्रेम था और बच्चे उन्हें चाचा नेहरू जी के नाम से पुकारते थे। बच्चों के लिए बाल दिवस राष्ट्रीय त्योहार है। बजरंग गर्ग ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश भारत में हुआ था। उन्होंने अपना जीवन बचपन आनंद भवन में बिताया था  आनंद भवन का पुराना नाम स्वराज भवन था। जिसका निर्माण नेहरू जी के पिता मोतीलाल नेहरू के 1930 में करवाया था।

जवाहर लाल नेहरू को देश के पहले प्रधानमंत्री को आयुनित भारत का वास्तुकार भी कहा जाता है। जवाहर लाल नेहरू ने 15 अगस्त 1947 को भारत देश में प्रधानमंत्री पद संभाला था और 27 मार्च 1964 को पंडित नेहरू जी को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। बजरंग गर्ग ने कहा कि पीजीएसडी स्कूल में बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ हर प्रकार की मूलभूत सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाता है इसलिए हर साल स्कूल की संस्था का रिजल्ट हरियाणा के अव्वल स्थान पर आता है और अब स्कूल की सभी बिल्डिंग का सौंदर्यकरण किया जा रहा है और नए सेक्शन में लगभग 800 नए बच्चों को दाखिला दिया जाएगा।


इस अवसर पर भारत विकास परिषद्  विवेकानंद शाखा हिसार के प्रधान ऋषि राज गर्ग, सचिव संजीव गोयल, प्रांतीय अधिकारी हुक्म चन्द गोयल, पीजीएसडी सिनियर सैकेंडरी स्कूल के प्रिसिंपल सितेंद्र गोयल, मुख्य अध्यापक गंगा प्रसाद, मुख्य अध्यापिका अगुंरी देवी, उषा गर्ग व अनिता गर्ग, रेनू पाहुजा, नेहा देवी, प्रवीन कम्बोज, रवि कुमार, प्रबंधन ओप प्रकाश असीजा, व्यापार मंडल के प्रदेश सचिव निरंजन गोयल, प्रदेश युवा सचिव भारत सोनी, सुमित मित्तल आदि अध्यापक, बच्चें व प्रतिनिधि भारी में मौजूद थे।

Related Articles

Back to top button