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घर बनवाते समय आजकल वास्तु नियमों का विशेष खयाल रखा जाता है । क्योकि वास्तु के हिसाब से अगर घर बनाया जाये तो उसमे सुख-समृद्धि आती है । पर क्या आप जानते है वास्तुशास्त्र में ऐसे कई सरल उपाय बताये गए है, जिनको अपनाने से आप अपने घर में शांति ला सकते है ।
इन उपायों में पेड़ पौधों का, उनके रोपण व प्रयोग का जिक्र है जिन्हें घर में लगाने से सुख-समृद्धि तो आती ही है वहीं धन का आगमन भी होता है । गृह वास्तु के मूल सिद्धांत के अनुसार बगीचा उत्तर, पूर्व व ईशान में बनाया जा सकता है। बगीचे में फूलों वाले पौधों को ही अधिक लगाना चाहिए।
वास्तु-शास्त्र में बताया गया है की हमें अपने घर में अनार का पौधा ज़रूर लगाना चाहिए. जिनको घर के बहार रोपने अर्थात लगाने से खुल सकते हैं आपकी किस्मत के द्वार। अगर अनार का पौधा घर में होता है तो ग्रह दोष दूर हो जाते है और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है. घर से बाहर आग्नेय दिशा में लगाना शुभ माना गया है।
एक अनार कोई न होगा बीमार, ऐसा कहा जाता है ! अनार एक स्वादिष्ट एवं पौष्टिक फल है। यह फल ह्रदय रोग, संग्रहणी, वमन में लाभकारी व बल वीर्यवर्धक है। बंजर जाती के अनार का वृक्ष घर में नहीं होना चाहिए। आनर की कलम का तंत्रसार में अत्यधिक महत्व बता गया है।
अनार फूल को कभी भी उत्तर-पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए। ऐसी मान्यता है के, अनार के फूल को शहद में डुबो कर प्रत्येक सोमवार भगवान शिव को समर्पित करने से भारी से भारी कष्ट भी दूर होंगे। भारत में अनार के पेड़ अधिकतर महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में ज्यादा पाए जाते हैं।
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